Mutual fund tips in hindi म्यूचुअल फंड इन्वेस्ट के दौरान ये गलतियां न करें पड़ सकते है जोखिम में।

सुझाव हैं ? पहली बार म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले निवेशकों को अधूरी जानकारी होती है, और ज्यादातर वे निवेश की परिस्थितियों में आने वाली अनिश्चितताओं से प्रभावित हो जाते हैं। लेकिन म्यूचुअल फंड निवेश में बाजार के समय से भी अधिक महत्वपूर्ण बातें हैं जो ध्यान रखनी चाहिये। तो चलिए अब हम सब जानकारी लेते हैं कि Mutual fund tips in hindi क्या होता है? mutual fund tips जानने से कितना लाभ मिलता है

सबसे पहले ध्यान रखें एक महत्वाकांक्षी यूनिट धारक को सबसे पहले ये तय करना चाहिये कि वो किस तरह के पोर्टफोलियो (निवेश सूची) का निर्माण करना चाहता है। mutual fund in hindi दूसरे शब्दों में उसे अपनी सम्पत्ति के सही विनियोजन का फैसला करना चाहिये। ये ऐसेट एलोकेशन Asset allocation कहलाता है। ऐसेट एलोकेशन वो तरीका है जो ये निर्धारित करता है कि आप अपने पैसे को विभिन्न निवेशों में कैसे लगायें जिसमें सम्पत्ति के सभी वर्गों का उचित मिश्रण हो। 

ऐसेट एलोकेशन के लोकप्रिय नियम कहते हैं कि निवेशक की जो भी उम्र हो, उसे अपने पोर्टफोलियो में अपनी उम्र जितना धन प्रतिशत रखना चाहिये। उदाहरण के लिये यदि निवेशक की उम्र 25 साल है तो उसे अपने निवेश का 25 % ऋण में और शेष इक्विटी में लगाना चाहिये। 

हालाँकि वास्तविकता Mutual fund tips in hindi में प्रत्येक व्यक्ति की विभिन्न परिस्थितियों और वित्तीय हालत के अनुसार अलग – अलग निवेश आवंटन की जरूरत हो सकती है। ऐसेट एलोकेशन asset allocation को समझने के लिये आपको विभिन्न कारकों की भी जानकारी होनी चाहिये जैसे – आयु, व्यवसाय, आप पर निर्भर परिवार के सदस्यों की संख्या आदि। सामान्यतः जितने अधिक आप युवा हैं उतने ही जोखिम भरे निवेश आप रख सकते हैं जिनसे आपको बेहतर रिटर्न मिले। 

Mutual fund tips in hindi सही फंड कैसे चुनें। 

Mutual fund tips in hindi
Mutual fund tips in hindi

 सही फंड चुनने के लिये ध्यान रखें कि सही फंड चुनने की कुंजी उनके निवेश सिद्धान्त और रिटर्न देने की स्थिरता पर निर्भर करती है। आप सही फंड चुनें जो आपकी जरूरतों के लिये उपयुक्त हो, ये सुनिश्चित करने के लिये निम्न बातों पर विचार करें

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  • अपने आर्थिक लक्ष्यों को निर्धारित करें।
  • क्या आप अपनी सेवानिवृत्ति के लिये निवेश कर रहे हैं या अपने बच्चे की शिक्षा के लिये, या फिर वर्तमान आमदनी के लिये ? 
  • अपनी समय – सीमा पर विचार करें। क्या आपको तीन महीने के समय में पैसा चाहिये या फिर तीन साल में ? जितना विस्तृत आपका समय होगा उतना ज्यादा जोखिम आप निवेश में उठाने के काबिल होंगे।
  • आप जोखिम उठाने के बारे में क्या सोचते हैं ? क्या आप उच्च रिटर्न की संभावना के लिये शेयर बाजार के उतार – चढ़ाव को बर्दाश्त करने की स्थिति में हैं ? Mutual fund tips in hindi को समझते हुए आपको अपने स्वयं की जोखिम उठाने की क्षमता के बारे में अवश्य पता होना चाहिये, यह सही निवेश योजना को चुनने के लिये एक गाइड हो सकता है। याद रखें , सम्भावित रिटर्न की चिन्ता किये बिना यदि आप किसी विशेष परिसम्पत्ति वर्ग के साथ सहज नही हैं तो आपको अन्य निवेश विकल्पों पर विचार करना चाहिये। 
  • ध्यान रखें इन सभी कारकों का सीधा प्रभाव उन फंड पर पड़ता है जिन्हें आप चुनते हैं और जो रिटर्न आप प्राप्त करने की उम्मीद रखते हैं।

 फंड कैन्डी

  • विविध इक्विटी फंड  इंडैक्स फंड अवसर फंड मिड कैप फंड इक्विटी लिंक्ड  बचत योजनायें  सेक्टर फंड जैसे ऑटो, हैल्थ केयर, एफएमसीजी , बैंकिंग , आई . टी . इत्यादि। 

सन्तुलित फंड उनके लिये जो Mutual fund tips in hindi इक्विटी निवेश में 100 % जोखिम नहीं उठाना चाहते। 

 (अगर सही ढंग से चुने जायें तो ये अन्य सम्पत्ति वर्गों की तुलना में बेहतर रिटर्न दे सकते हैं) अगर आप जोखिम उठाने की हिम्मत के साथ एक लम्बी अवधि के निवेशक हैं और मुद्रास्फीति को हराने के लिये रिटर्न की तलाश में हैं तो इक्विटी फंड सर्वोच्च चुनाव है। म्यूचुअल फंड विभिन्न प्रकार की इक्विटी और इक्विटी आधारित योजनाओं ( देखें फंड कैन्डी ) को पेश करता है। शुरूआत में विविध फंड के साथ निवेश करना उचित होगा और धीरे – धीरे आप ऋण जोखिम के क्षेत्र और विशेष फंड में भी हाथ आजमा सकते हैं। 

Mutual fund tips in hindi को सही से समझने के लिए इन बातो पर नजर रखें 

सिर्फ आवेदन फार्म भर देना और चेक लिखना ही काफी नहीं है। आपके निवेश कैसा प्रदर्शन कर रहे हैं , इस पर नजर रखना भी उतना ही जरूरी है। एक योग्य और पेशेवर निवेश सलाहकार आपको सही निर्णय लेने और आपके निवेशों के प्रदर्शन को मापने दोनों में सहायता कर सकता है। साथ ही आपको ये भी जानना चाहिये कि आप खुद की छोटी सी मदद निम्न स्रोतों के द्वारा कैसे कर सकते हैं।

फैक्ट शीट और न्यूजलैटर 

म्यूचुअल फंड मासिक और त्रैमासिक फैक्ट शीट और न्यूजलैटर प्रकाशित करते हैं जिनमें Mutual fund tips in Hindi पोर्टफोलियो की जानकारी, फंड मैनेजर द्वारा प्रबंधित योजनाओं और उनके प्रदर्शन आँकड़ों की रिपोर्ट प्रकाशित होती है। 

वेबसाइट

 म्यूचुअल फंड की वेबसाइट प्रदर्शन आँकड़े, दैनिक (नेट ऐसेट वैल्यू) फंड फैक्ट शीट, त्रैमासिक न्यूजलैटर और प्रेस क्लिपिंग इत्यादि उपलब्ध कराती है। इसके अलावा भारत में म्यूचुअल फंड एसोसियेशन की वेबसाइट भी है जिसमें दैनिक और ऐतिहासिक और अन्य योजनाओं के बारे में सूचना होती है। 

समाचार पत्र

 समाचार पत्र के पृष्ठों में म्यूचुअल फंड योजनाओं की बिक्री और रिडेम्पशन मूल्य की जानकारी होती है। इसके अलावा अन्य आर्थिक विश्लेषण और रिपोर्ट भी होती हैं। 

याद रखें 

आपके लिये सही सूचना की जानकारी रखना बहुत महत्वपूर्ण है। Mutual fund in hindi इसे पाने के लिये आपको बस थोड़ा सा समय सूचना को समझने और विश्लेषण करने में खर्च करना होगा। जो आपके निवेश की सफलता की सम्भावना को बढ़ाने के लिये जरूरी है। जितना समय आप धन कमाने में लगाते हैं अगर उसका एक प्रतिशत भी इस पर खर्च करें तो ये अच्छी शुरूआत होगी। इन सबसे ज्यादा एवं पेशेवर सलाहकार की मदद सही फंड चुनने के लिये लें जिसमें सिस्टेमैटिक इन्वेस्ट प्लान, (सिस्टेमैटिक ट्रांसफर प्लान) और एकमुश्त निवेश का सही मिश्रण हो। 

ऐसेट एलोकेशन (Asstes allocation) किसे कहते हैं? 

अपनी सम्पत्ति के सही विनियोजन का फैसला करना चाहिये। ये ऐसेट एलोकेशन Asset allocation कहलाता है। 

नये म्यूचुअल फंड हेतु निवेशकों के लिए क्या सुझाव हैं ?

पहली बार म्यूचुअल Mutual fund tips in hindi फंड में निवेश करने वाले निवेशकों को अधूरी जानकारी होती है, और ज्यादातर वे निवेश की परिस्थितियों में आने वाली अनिश्चितताओं से प्रभावित हो जाते हैं।

ऐसेट एलोकेशन का लोकप्रिय नियम किसे कहते हैं?

ऐसेट एलोकेशन वो तरीका है जो ये निर्धारित करता है कि आप अपने पैसे को विभिन्न निवेशों में कैसे लगायें जिसमें सम्पत्ति के सभी वर्गों का उचित मिश्रण हो। ऐसेट एलोकेशन के लोकप्रिय नियम कहते हैं
 
 

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