Computer basic knowledge in Hindi कंप्यूटर की सम्पूर्ण जानकारी

हेलो दोस्तों क्या आपको कंप्यूटर चलाने आता है? या कंप्यूटर के बारे में अभी तक आपको कुछ जानकारी नहीं है? computer basic knwoledge in hindi हम आपको कंप्यूटर से सम्बंधित जानकारी देंगे    जिनको याद कर आप  किसी भी competitive एक्जाम मे computer से संबंधित सवालों के जबाब चुटकियो में हल कर सकते है। इस आर्टिकल मे कंप्यूटर के बेसिक नॉलेज bacis knwoledge और कंप्यूटर में जितने भी पार्ट्स है। सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर, इनपुट, आउटपुट इन सभी सवालों का जवाब इस आर्टिकल में बिल्कुल आसान भाषा में बताया गया है।

Table of Contents

 

तो चलिए समय समय को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ते हैं और कंप्यूटर के जितने भी सवाल हैं। उन सारे सवालों का जानकारी इस आर्टिकल में हम देखेंगे। और जानेंगे कि Computer basic knowledge in Hindi क्या है? जिससे कि हमे computer में अच्छी तरह से जानकारी प्राप्त हो जाए।

 

What is Computer in hindi कंप्यूटर क्या होता है? हिंदी में

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है यूजर द्वारा दिए गए डेटा के ऊपर में वर्क करती हैं। यानी तरह के  का डाटा आप कंप्यूटर में इनपुट कीजिएगा उस डाटा के ऊपर में दिए गए कमांड के तहत वर्क करके यूजर को रिजल्ट देता है।

What is Computer in hindi
Computer basic knowledge in Hindi

कम्प्यूटर का परिभाषा हिंदी में Definition of computer in hindi

क्म्प्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो Automatic प्रोग्राम के अनुरूप अपने कार्यो को करती है। यह बाइनरी भाषा (0,1)को समझी है Computer शब्द लैटिन भाषा के क्म्प्यूट से बना हुआ है। Computer के कुछ मुख्य कार्य होते है जैसे Data को receive करना, फिर उस डाटा पर प्रोग्रामिंग के अनुरूप process करना और result देना होता है।

 

कंप्यूटर कितने प्रकार के होते है? types of computer in hindi

कंप्यूटर कई प्रकार के होते हैं, जैसे कि डेस्कटॉप कंप्यूटर, लैपटॉप कंप्यूटर, सर्वर कंप्यूटर, स्मार्टफोन, टैबलेट, एनएमएस कंप्यूटर आदि। हर एक कंप्यूटर अपने विशिष्ट उद्देश्य special purpose होते हैं, जैसे कि डेस्कटॉप कंप्यूटर अध्ययन के लिए, लैपटॉप reconnaissance और यात्रा के लिए, सर्वर कंप्यूटर नेटवर्क संचार और डेटा संग्रह के लिए और अन्य कंप्यूटर बिभिन्न कार्यो के लिए उपयोग किए जाते हैं।

 

Desktop computer in hindi डेस्कटॉप कंप्यूटर

डेस्कटॉप कम्प्यूटर एक सिर्फ घर या ऑफिस में इस्तेमाल होने वाला एक साधारण कंप्यूटर होता है। इसे साधारणतया डेस्कटॉप Desktop में स्थापित किया जाता है, जो कि एक मेज के ऊपर या सम्बन्धित स्थान पर स्थित होता है। डेस्कटॉप कम्प्यूटर का मुख्य उपयोग शॉर्टकट और ईमेल संचार, वेब ब्राउज़िंग, विडियो देखना, ऑफिस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल और संगणना करना होता है।

Laptop computer in Hindi लैपटॉप कंप्यूटर

लैपटॉप कम्प्यूटर एक प्रकार छोटा कम्प्यूटर होता है जो एक संभवतः स्थानहीन (एक जगह से दूसरे जगह)  डिस्प्ले और कीबोर्ड से संबंधित होता है। इससे आपको कम्प्यूटर के सभी फीचर्स मिलते हैं, जैसे कि समय पर वर्तमान विवरण संपादित करने के लिए सॉफ्टवेयर, स्टूडियो समर्थन, इंटरनेट ब्राउज़िंग आदि। इनमें से कुछ लैपटॉप कम्प्यूटर हैं जो एक डिटेक्टिव टेबलेट की तरह स्वचालित रूप से बंद हो जाते हैं, जैसे कि Microsoft Surface और iPad Pro। आपके संदर्भ में, लैपटॉप कम्प्यूटर आमतौर पर डेस्कटॉप कम्प्यूटर से छोटा होता है

 

अभी हम सब जानकारी प्राप्त किये ही कंप्यूटर क्या होता है? तथा कंप्यूटर का परिभाषा क्या है? आगे अब हम जानेंगे की कंप्यूटर के अंदर कौन-कौन सा Harwdare parts  पार्ट्स लगे होते हैं? हार्डवेयर किसे कहते हैं? तथा सॉफ्टवेयर किसे कहते हैं?

 

computer basic knwoledge in hindi  कम्प्यूटर की बेसिक जानकारी हिंदी में।

 

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो बिजली पर चलते हैं यह मानव के तरह नहीं है कि इसके अंदर में किसी भी प्रकार की आत्मज्ञान है। और अपने ज्ञान के अनुसार और अपने स्वेच्छा अनुसार कार्यों को करें।

कंप्यूटर को कार्य करने के लिए इसके अंदर में बहुत सारे hardare parts  लगे होते हैं तथा बहुत सारे program की भी जरूरत पड़ता है उन पार्ट्स को runing कराने के लिए। क्योंकि यह एक निर्जीव वस्तु है और बिना प्रोग्राम के इसके अंदर लगने वाले हार्डवेयर रन नहीं कर पाएगा। इसे कार्य कराने के लिए दो तरह के sofwtare लगे होते हैं एक system softsware और दूसरा application software होता है।

ठीक इसी तरह इसके अंदर में विभिन्न प्रकार केhardware लगे होते हैं जिसका काम अलग अलग होता है। जिस तरह से एक human के अंदर में बहुत सारे अंग होते हैं और प्रत्येक अंग का अलग-अलग कार्य होते हैं। ठीक इसी तरह कंप्यूटर के अंदर में विभिन्न प्रकार के पार्ट्स लगे होते हैं जिसका कार्य अलग-अलग भागो में होता है। जैसे Dispaly के ऊपर में visual दिखाना keyboard से टाइप करना mause से कंट्रोल करना।

 

कंप्यूटर में दो तरह एलिमेंट्स होते है

  • Hardware हार्डवेयर
  • Software सॉफ्टवेयर

 

Computer Hardware कंप्यूटर हार्डवेयर

  • कंप्यूटर का वह फिजिकल पार्ट्स जिससे  कंप्यूटर बना हुआ होता है, दूसरी भाषा में कहें तो computer hadrware उसे कहते हैं जिसे कंप्यूटर construction हुआ यानी बना हुआ हो। कंप्यूटर के physical elements को हार्डवेयर कहते हैं।
What is Computer in hindi
Computer basic knowledge in Hindi

इसको दुसरी भाषा मे समझे तो

हार्डवेयर पार्ट्स” हैंडसेट, लैपटॉप, डेस्कटॉप, स्मार्टफोन आदि मशीनों के संपूर्ण संस्था जैसे computer, monitor keyboard, ट्रैकपैड, हेडफोन आदि जो कंप्यूटर या हैंडसेट जैसे उपकरणों को operate करते हैं। हार्डवेयर पार्ट्स कंप्यूटर या हैंडसेट में स्थापित होते हैं और उन्हें operate करने में मदद करते हैं।

 

कंप्यूटर के अंदर हार्डवेयर हार्डवेयर के रूप बहुत से छोटे और बड़े पार्ट्स लगे होते हैं। जैसे –

  • CPU
  • RAM
  • ROM
  • Motherboard
  • Keyboard
  • Mouse
  • Moniter
  • Hard drive

अब हम इन सारे छोटे बड़े कंप्यूटर हार्डवेयर पार्ट्स के डिटेल से computer basic knwoledge in hindi के द्वारा समझते है की किसका क्या कार्य होता हैं।

 

CPU क्या होता है?  

  • CPU इसका पूरा नाम सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट होता है यह कंप्यूटर का सबसे इंपोर्टेंट और मेन पार्ट्स होता है, यह कंप्यूटर का दिल और दिमाग दोनों होता है। यही वह पार्ट्स है जिससे कंप्यूटर डाटा के ऊपर में वर्क करता है और हमारे द्वारा दिए गए सवालों का जबाब देता है

 

  • CPU में कई संभंधित UNIT होते हैं जैसे कि Storase unit, retio factor unit, inctruction unit, और आउटपुट यूनिट। इनमें से संग्रहण यूनिट सूचना को operate करने का काम करता है, अनुपातकरण यूनिट सूचना को संचालित करने के लिए आदेश बनाता है, आदेश यूनिट आदेश का निर्माण और निष्पादन करता है, और आउटपुट यूनिट सूचना को आउटपुट उपकरणों तक पहुंचाता है।

 

  • सीपीयू का निर्माण छोटे-छोटे transister से मिलकर होता है।  यह transister इतने छोटे होते हैं की नग्न आंखों से इसे हम देख नहीं पाते हैं, इन सारे छोटे-छोटे ट्रांजिस्टर को मिलाकर एक छोटा सा पैकेज बनाया जाता है। इसी छोटे पैकेज को CPU बोलते हैं।

 

सीपीयू के अंदर में अलग-अलग भाग होते हैं जिसका कार्य अलग-अलग होता है जैसे कंट्रोल यूनिट Control unit अर्थमैटिक एंड लॉजिक यूनिट (ALU) 

 

Control unit कण्ट्रोल यूनिट

Control unit का काम होता है कंप्यूटर में जितने भी Hardware parts या Software Program होते हैं उन विभागों मे जब कोई भी कार्य होता है उस कार्यों को देखना और एक समय सीमा में risult को देना।

computer में जितने भी work होते हैं उनके ऊपर में control unit निगरानी रखता है और यह देखता है कि कोई भी कार्य अपने समय अंतराल में हो और Error आने पर यूजर को Information मिले।

 

ALU अर्थमैटिक एंड लॉजिक यूनिट

ALU अंकगणिती और तर्कसंगत अभिव्यक्तियों जैसे कि memorable Expressions, Marking, Combinations, भिन्नता, आदि का निर्माण करता है। यह सूचनाओं को operate करने और arithmetic और rational expressions पर सूचनाओं का निर्माण करने का काम करता है। इसलिए यह अंकगणिती और तर्कसंगत अभिव्यक्तियों का अभिन्नता करने का काम भी करता है।

इस unit का कार्य होता है यूजर के द्वारा दिए गए डाटा के ऊपर में मैथमेटिकली लॉजिक लगाकर उनके कार्य को करना।

जैसे 1 + 1= 2

यहां पर यूजर के द्वारा दिया गया इनपुट है 1+1 = 2 यूज़र ने आदेश दिया है कि यह दोनों नंबर को जोड़कर हमें यह बताएं की इसका रिजल्ट कितना होगा।

 

कंप्यूटर के द्वारा इन दोनों अंको के ऊपर में यूज़र के हिसाब से लगाया गया अर्थमैटिक एंड लॉजिक यूनिट (ALU) + है और इसका रिजल्ट आया 2

इसी ALU अर्थमैटिक एंड लॉजिक यूनिट तरीका से computer के अंदर सारे कार्य होते रहते है। जैसे हम सब अपने कार्यो को करने के लिए लॉजिक लगाते है कि वह कार्य जल्दी हो जाए ठीक इसी तरीका से भी computer लॉजिक को लगाकर कार्य को करता हैं।

 

आदेश यूनिट (Instruction Unit)

कम्प्यूटर का एक हिस्सा होता है जो कम्प्यूटर के संचालक (processor) द्वारा संचालित होने वाले आदेशों को संचालित करने और configure commands पर होने वाले कार्यों को निर्माण करने का काम करता है। आदेश यूनिट संभवतः CPU में स्थित होने वाला हिस्सा होता है।

 

Storage unit क्या होता है?

स्टोरेज यूनिट (storage unit) कम्प्यूटर में सूचनाओं को स्थायी रूप से Storage करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले हिस्से होते हैं। यह आमतौर पर हार्ड ड्राइव (hard drive) या स्मार्ट ड्राइव (solid state drive) के रूप में स्थापित होते हैं। स्टोरेज यूनिट में storage सूचनाओं को वहाँ स्थायी रूप से storage करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जो कि संभवतः आपके घर या ऑफिस में स्थित होने वाले कम्प्यूटर में होगा। इससे आपको सूचनाओं को स्थानांतरित करने में मदद मिलती है, जो आपके कम्प्यूटर से हटाई जाने वाली होगी।

 

ROM (Read only memory)

ROM इस मेमोरी का काम है केवल रीड करना रहा जब कोई भी मैन्युफैक्चर कंपनियां  मदरबोर्ड बनाती है, तो अपना एक विशेष प्रकार का प्रोग्राम इस मेमोरी के अंदर में install करती है। ताकि वह प्रोग्राम के हिसाब से run कर सकें रूम कई प्रकार के हो सकते हैं Advance रूप में इसको पढ़ने पर बॉयोस BIOS के नाम से जाना जाता हैं। जिसका मतलब होता है बेसिक इनपुट आउटपुट यह कंप्यूटर का एक Programing Programing Memory होता है जिसमें Hardware को operate करने के लिए विशेष प्रकार के system software program डाला गया रहता है। इसी मेमोरी की वजह से कंप्यूटर अपने एक दिशा निर्देशित हार्डवेयर का संचालन करती है।

 

ROM का प्रकार

  • PROM
  • EROM
  • EPROM
  • EEPROM

 

Motherboard

मदरबोर्ड कंप्यूटर का main board होता है यानी कंप्यूटर का है यह ऐसा electronics curcite board होता है। जिसमें बहुत सारे सारे छोटे-छोटे एलिमेंट्स अलग होते है। जितने भी Electrin component होते हैं ये सभी component इलेक्ट्रॉनिक क्रिया को पूरा कर आते हैं।

मदरबोर्ड से Computer System के बहुत सारेextarnal और intarnal parts  जुड़े हुए रहते हैं। Motherboard सर्किट बोर्ड से कंप्यूटर के मॉनिटर, कीबोर्ड, माउस, प्रिंटर, के अलावा अनेकों peripheral devices भी जुड़ होते है। तथा इंटरनल डिवाइस जैसे videocard, soundcard, रैम, रोम CPU इत्यादि जुड़े रहते हैं। जितने भी busbarसिस्टम होते हैं,frunt panel और side panel में, सारी बस बारे मदरबोर्ड से जुड़े रहते हैं। मदरबोर्ड कंप्यूटर के hardware configuration करके कार्यों को पूरा कराने का काम करता है।

 

Keyboard कीबोर्ड

कीबोर्ड कंप्यूटर का out put device है। यह कंप्यूटर में input देने वालों में से सबसे important parts होता है। इनपुट डिवाइस से कंप्यूटर में हम डाटा को इंसर्ट करते हैं टाइप करके तथा इनसे हम कंप्यूटर को दिशा निर्देश देते हैं किसी कार्य को करने के लिए इसके ऊपर में अनेकों बटन लगे रहते हैं सभी buttan का अलग-अलग कार्य होते हैं जैसे इंटर बटन स्पेस बटन होम बटन फंक्शन बटन एलॉट बटन टेक्स्ट इसके ऊपर में अल्फाबेट और डिजिट नंबर का श्रृंखला होता है इन्हीं नंबर द्वारा और कुछ स्पेशल नंबर द्वारा कंप्यूटर में हम डाटा को इंसर्ट करते हैं।

 

Mouse माउस

Mouse माउस कंप्यूटर का input device है mouse से कंप्यूटर के क्रॉसर को मूव करते हैं। माउस से कंप्यूटर में किसी भी डाटा के select करते हैं marking करते हैं, और यह कंप्यूटर के oprate में सहायक होता है। माउस के अंदर में 3 बटन होते हैं left button, right button, scrool button

 

मॉनीटर (Monitor)

मॉनीटर (Monitor) कम्प्यूटर के संचालक (processor) द्वारा संचालित होने वाले आदेशों को हमेशा हिस्सा से दिखाने का काम करने वाला डिवाइस होता है। इससे आप अपने कम्प्यूटर में होने वाले कार्यों को देख सकते हैं। यह भी कंप्यूटर का out put device है। मॉनीटर का स्वरूप आपके कम्प्यूटर के आवश्यकताओं और आपकी जगह से निर्भर होता है। वह आपके कम्प्यूटर के साथ जुड़े हुए होने चाहिए, ताकि आप आपके कम्प्यूटर में होने वाले कार्यों को देख सकें।

आपके मॉनीटर की स्क्रीन का आकार, रिजोल्यूशन, रेफ्रेश रेट, कैंपेंसी, आदि पर निर्भर होती है। आपके मॉनीटर की स्क्रीन का आकार आपके स्थान से निर्भर होता है और आपको स्क्रीन पर दिखाई देने वाले कार्यों को दर्शाता है। रिजोल्यूशन आपके मॉनीटर की स्क्रीन पर होने वाले कार्यों को दर्शाने के लिए उपयोग होने वाला पर्याप्त स्थान होता है। रेफ्रेश रेट आपके मॉनीटर की स्क्रीन पर होने वाले कार्यों को नवीनतम रूप में दर्शाने के लिए होते हैं।

 

Monitor मॉनिटर यह कंप्यूटर का आउटपुट डिवाइस है हम सब जो भी कंप्यूटर पर काम करते हैं उन सारे काम मॉनिटर के ऊपर में दिखाई देता है। मॉनिटर विभिन्न प्रकार के होते हैं यह डिपेंड करता है, कि आप किस प्रकार का काम करते हैं और आपको किस प्रकार visual की जरूरत है। सिस्टम के अंदर किस प्रकार के program working  कर रहे हैं और किस तरह के हार्डवेयर के अंदर संचालन हो रहे हैं। वह सारे रिजल्ट मॉनिटर के ऊपर में दिखाई देता है।

 

Hard Drive हार्ड ड्राइव

Hard Drive हार्ड ड्राइव यह कंप्यूटर का एक्सटर्नल मेमोरी होता है इस मेमोरी में हम डाटा को परमानेंटली स्टोरेज करके रखते हैं हार्ड ड्राइव मैकेनिज्म के ऊपर में चलता है इसके अंदर में सिलिकॉन डिस्क लगे रहते हैं जिसके ऊपर में डाटा को रीड और राइट किया जाता है हार्ड डिस्क में कंप्यूटर के प्रोग्राम को रखते हैं इसके अंदर में प्रोग्रामिंग माध्यम से विभिन्न प्रकार के पार्टीशन बनाते हैं अलग-अलग नामों से बनाए हुए पार्टीशन में अलग-अलग प्रकार के डाटा को एकत्रित करके हम रखते हैं। जिससे कंप्यूटर में काम करने के दौरान आसानी हो जाता है।

 

Hard drive के अलावा एक्सटर्नल मेमोरी में एसएसडी SSD मेमोरी अब नए प्रचलन में है। यह मेमोरी हार्ड डिस्क का ही वर्क करती है, लेकिन इस मेमोरी में खास बात यह है कि इसके अंदर में कोई मैकेनिज्म सिस्टम नहीं रहता है। जिसके वजह से मेमोरी का स्पीड बड़ा हो जाता है। यह मेमोरी लाइट वेट होता है। बिल्कुल हल्का और छोटा, इस प्रकार के मेमोरी आने से कंप्यूटर और लैपटॉप और भी छोटा और पतला हो गया है।

 

what is software in Hindi सॉफ्टवेयर क्या होता है?

सॉफ्टवेयर कोई स्थानीय computer पर चलने वाला Program  होता है जो विभिन्न कार्यों को संचालित करता है, जैसे कि computer पर फ़ाइलों को खोलना, inter पर Brwoser करना, Email प्राप्त करना और कई अन्य कार्यों को संचालित करना। आपके Computer पर चलने वाले Software का उपयोग आपके Computer की क्षमताओं का एकत्रित उपयोग करने की अनुमति देता है, जैसे कि फ़ाइलों का Oprate, ईमेल सेवाओं का उपयोग और अन्य कई सुविधाओं का उपयोग।

 

types of software in Hindi  सॉफ्टवेयर के प्रकार

मुख्यरूप से सॉफ्टवेयर दो तरह का होता है। लेकिन हम आप सभी को Computer basic knowledge in Hindi कंप्यूटर के बेसिक जानकारी दे रहे है.

  • system  Software
  • Application  Software

लेकिन कंप्यूटर को गहराई से पढ़ने पर सॉफ्टवेयर  कई प्रकार के हो सकते हैं। यह आपके उपयोग की जगह, उद्देश्य और आवश्यकताओं पर निर्भर होगा। कुछ मुख्य सॉफ्टवेयर के प्रकार निम्नलिखित हैं:

 

  • Oprating System ऑपरेटिंग सिस्टम: यह आपके कंप्यूटर को operat करने वाली सॉफ्टवेयर है, जैसे कि Windose या Mac os।

 

  • Application software आवेदन सॉफ्टवेयर: यह आपकी कंप्यूटर पर विशेष कार्य करने वाली सॉफ्टवेयर है, जैसे कि वर्ड processer, exel या photoshop।

 

  • Server Software सर्वर सॉफ्टवेयर: यह सर्वर कंप्यूटर पर चलाई जाने वाली सॉफ्टवेयर है, जैसे कि  webserver सॉफ्टवेयर या detabes server सॉफ्टवेयर

 

  • Driver Software ड्राइवर सॉफ्टवेयर: यह आपके कंप्यूटर में इन्सटॉल होने वाले hardware unit, जैसे.. कि ग्राफिक्स कार्ड, साउंड कार्ड या प्रिंटर, काम करने के लिए आवश्यक होती है।

 

  • Equipment Software उपकरण सॉफ्टवेयर: यह आपके कंप्यूटर में इन्सटॉल होने वाले हार्डवेयर यूनिट्स, जैसे कि स्कैनर, कैमरा या स्मार्टफोन, काम करने के लिए आवश्यक होता है।

 

  • Security Software सुरक्षा सॉफ्टवेयर: यह आपकी कंप्यूटर से आने वाली हानिकारक सामग्री से बचाने के लिए उपयोग किया जाता है, जैसे कि Antivirus या Firewall।  ये सरे सब सॉफ्टवेयर प्रकार हैं

 

 

ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) यह एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जो कंप्यूटर या मोबाइल डिवाइस के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का संचालन करता है। इससे डिवाइस में होने वाले कार्यों का समन्वय होता है और उसमें होने वाले प्रोग्राम्स को संचालित किया जाता है। ऑपरेटिंग सिस्टम डिवाइस में होने वाले हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर को संचालित करने के साथ-साथ यह उसकी सुरक्षा भी सुनिश्चित करता है।

उदाहरण के तौर पर, ऑपरेटिंग सिस्टम हार्ड डिस्क या मैमोरी में स्थापित फाइलों का प्रबंधन और सुरक्षा करता है, और प्रवेश की जानकारी को सुरक्षित रखता है

 

Types of operating System in hindi ऑपरेटिंग सिस्टम कितने प्रकार के होते हैं

 

ऑपरेटिंग सिस्टम कई प्रकार के होते हैं, जैसे कि:

  1. डेस्कटॉप ऑपरेटिंग सिस्टम: ऐसे ऑपरेटिंग सिस्टम जो डेस्कटॉप कंप्यूटर और लैपटॉप के लिए होते हैं, उदाहरण के तौर पर, विंडोज, macOS, लिनक्स आदि।
  1. Mobile Operating  system मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम: ऐसे ऑपरेटिंग सिस्टम जो स्मार्टफोन और टैबलेट जैसे मोबाइल डिवाइसों के लिए होते हैं, उदाहरण के तौर पर, एंड्रॉयड, iOS, Windows Phone आदि।
  2. server सर्वर ऑपरेटिंग सिस्टम: ऐसे ऑपरेटिंग सिस्टम जो सर्वर कंप्यूटरों के लिए होते हैं, उदाहरण के तौर पर, विंडोज सर्वर, लिनक्स सर्वर, यूनिकोड आदि।
  3. आई (IoT) ऑपरेटिंग सिस्टम: ऐसे ऑपरेटिंग सिस्टम जो इंटरनेट से जुड़े हुए आईटी डिवाइसों के लिए होते हैं, उदाहरण के तौर पर, रेडहैट, ब्लूटूथ आदि।
  4. रियल-टाइम ऑपरेटिंग सिस्टम (RTOS): ऐसे ऑपरेटिंग सिस्टम जो समय-सीमित संचालन के लिए विशेष रूप से विन्यस्त होते हैं, जैसे कि स्मार्ट गैस मीटर, ऑटोमैटिक मार्केटिंग सिस्टम, रेलवे ट्रैकिंग सिस्टम आदि।

यह सूची संभवतः अधिक हो सकती है, लेकिन ये हैं कुछ महत्वपूर्ण ऑपरेटिंग सिस्टम जो हमारे अनुभव में आमतौर पर प्रयुक्त होते हैं।

 

Computer basic knowledge in Hindi  क्म्प्यूटर कितने दिन में सिख सकते हैं?

ह आपके प्रतिभा, संघर्ष और संचार की ताकत पर भी निर्भर होता है कि आप कितनी जल्दी सिख सकते हैं।

यदि आप कम्प्यूटर से जुड़ी सारी जानकारी सिखना चाहते हैं, तो आपको हमेशा से अधिक समय लगना होगा। हालांकि, यदि आप कम्प्यूटर के सामान्य उपयोग और सूचना प्रोसेसिंग के बारे में सिखना चाहते हैं, तो आप कम समय में भी सिख सकते हैं। आप कम्प्यूटर को सिखने के लिए अधिकतर ध्यान computer से सम्बंधित सूचनाओं पर दे।

 

आप कम्प्यूटर को सीखने के लिए निम्नलिखित चीजों को समझने का प्रयास कर सकते हैं:

 

  1. कम्प्यूटर की आधारिक सूचना प्रोसेसिंग सिस्टम और स्वरूप
  2. ऑपरेटिंग सिस्टम का चयन और इस्तेमाल
  3. कम्प्यूटर की सम्पूर्ण संरचना और हार्डवेयर
  4. सूचना प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर और एप्लिकेशन
  5. कम्प्यूटर नेटवर्किंग और सुरक्षा
  6. कम्प्यूटर स्कीमिंग और प्रोग्रामिंग
  7. डेटाबेस प्रोग्रामिंग
  8. वेब डेवलपमेंट और हार्डवेयर स्थापना
  9. मैक्सिमॉल और आइटरेक्टिव system
  10. संगठनों और स्थानों में कम्प्यूटर स्थापना और रख-रखाव

इन सभी विषयों पर अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए, आप ऑनलाइन कोर्सेज, बुक्स या वेबसाइटों पर जानकारी खोज सकते हैं। या फिर आप किसी कम्प्यूटर स्कूल या कॉलेज में एक कम्प्यूटर स्कूल भरे जानकारी सीख सकते हैं।

 

क्म्प्यूटर सीखने के लिए क्या करे?

हाँ क्म्प्यूटर सीखने के लिए आपके पास कई विकल्प हैं। यह आपकी इच्छाओं और अनुभव से निर्भर है कि आप कौन सी रास्ते चुनते हैं। निम्नलिखित विकल्प हैं:

What is Computer in hindi

  • कोर्स और ऑनलाइन शिक्षण: आप कोर्स और ऑनलाइन पाठ्यक्रम से क्म्प्यूटर सीख सकते हैं। इनमें से कुछ मुफ्त होते हैं, जैसे कि मैकेनीकल स्कूल द्वारा प्रदान किए गए मुफ्त कोर्स।

 

  • बुक्स और ट्यूटोरियल: आप कुछ बुक्स और ट्यूटोरियल से अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यहाँ आपको क्म्प्यूटर से जुड़ी होने वाली विभिन्न जानकारियां मिलती हैं।

 

  • संस्थान पर कोर्स सीखना: आप स्थानों पर कोर्स भी सीख सकते हैं, जैसे कि कॉलेज या विश्वविद्यालय। इन स्थानों पर आपको सीखने के लिए विभिन्न पाठ्यक्रम और स्टडी मैटेरियल मिलते हैं।

 

  • स्वयं से प्रयास करना: आप अपने आप से भी क्म्प्यूटर सीख सकते हैं। आप ऑनलाइन विभिन्न स्थानों से मुफ्त स्टडी मैटेरियल डाउनलोड कर सकते हैं और स्वयं से प्रयास कर सकते हैं। आप स्वयं से प्रयास करते हुए अनुभव भी अधिक कर सकते हैं।

 

आपको सीखने के लिए सबसे अच्छा विकल्प कौन सा है, यह आपकी पसंद और अनुभव से निर्भर है। किसी भी क्षेत्र में जाने से पहले यह आप जरूर जान लीजिए कि आपको कौन सा काम करने में मन लगता है या आपको किस क्षेत्र में जानकारी ज्यादा है। 

 

अगर आप स्वयं से क्म्प्यूटर सीखना चाहते हैं, Computer basic knowledge in Hindi तो आपको इसके लिए थोड़ा सा सफर करना होगा। आपको स्थान चुनना होगा जहां आपको स्वयं से प्रयास करने का सुयोग हो। आपको अपने स्वयं को एक टेक्निशियन बनाने के लिए कुछ सामग्री और साधन भी खरीदने होंगे, जैसे कि एक लैपटॉप या डेस्कटॉप, एक डिवाइस जैसे कि माउस या कीबोर्ड, और एक सॉफ्टवेयर जैसे कि ओपरेटिंग सिस्टम या सीएमएस। आपको भी इंटरनेट कनेक्शन चाहिए जो आपको ऑनलाइन स्टडी मैटेरियल और ट्यूटोरियल डाउनलोड करने और स्वयं से प्रयास करने में मदद करेगा।

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