- मछली जैसे कि मैक्रेल, सार्दीन, ट्यूना, सैलमन और हेरिंग
- बकरी का मांस
- मुर्गी का मांस
- अंडे
- दूध और दूध से बनी चीजें जैसे कि पनीर और दही
- शिरा में बनी चीजें जैसे कि कोढ़ा
- खमीर वाले आलूगोभी जैसे सब्जी
- ताजे फल जैसे कि जैमुन, अमरूद, सेब और अंगूर
इन खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करके आप विटामिन बी 12 के संपूर्ण लाभ उठा सकते हैं।
विटामिन बी 12 फल (vitamin b 12 foods in hindi)
विटामिन बी 12 फलों में अधिकतर नहीं पाया जाता है। विटामिन बी 12 ज्यादातर अवनति भोजन जैसे मांस, मछली, अंडे और दूध आदि में पाया जाता है।
कुछ व्यंजनों में थोड़ा सा विटामिन बी 12 होता है जैसे कि कुछ अनाज, सब्जियां और फल जैसे कि:-
- बच्चू के पत्ते (शाकहारी लोगों के लिए एक स्रोत होते हुए भी)
- संतरा
- बरगद के पत्ते
- अमरूद का पेड़
- अनार
- केला
लेकिन इन फलों में विटामिन बी 12 की मात्रा बहुत कम होती है, इसलिए व्यंजनों में विटामिन बी 12 की कमी को पूरा करने के लिए मामूली भोजन के साथ साथ विटामिन बी 12 के आपूर्ति के लिए विटामिन बी 12 की खुराक दवाओं या पूरकों का उपयोग किया जा सकता है।
विटामिन बी 12 फल और सब्जियां।
विटामिन बी 12 फलों और सब्जियों में अधिकतर नहीं पाया जाता है। विटामिन बी 12 ज्यादातर मामूली भोजन जैसे मांस, मछली, अंडे और दूध आदि में पाया जाता है।
कुछ सब्जियों में थोड़ा सा विटामिन बी 12 होता है जैसे कि:-
- मशरूम
- बैंगनी
- पालक
- गोभी
- लहसुन
लेकिन इन सब्जियों में विटामिन बी 12 की मात्रा बहुत कम होती है, इसलिए व्यंजनों में विटामिन बी 12 की कमी को पूरा करने के लिए अवनति भोजन के साथ साथ विटामिन बी 12 के आपूर्ति के लिए विटामिन बी 12 की खुराक दवाओं या पूरकों का उपयोग किया जा सकता है।
विटामिन B12 कौन सा फल खाना चाहिए?
विटामिन B12 ज्यादातर अवनति भोजन जैसे मांस, मछली, अंडे, दूध और दूध से बने उत्पादों में पाया जाता है।
फलों में विटामिन B12 की मात्रा बहुत कम होती है लेकिन कुछ फल विटामिन B12 का एक स्रोत हो सकते हैं।
इन फलों में कुछ विटामिन B12 होते हैं:-
- संतरा
- अमरूद का पेड़
- केला
- बच्चू के पत्ते
- बरगद के पत्ते
लेकिन ये फल विटामिन B12 के उचित स्रोत नहीं हैं। इसलिए विटामिन B12 की कमी को पूरा करने के लिए व्यंजनों में जो विटामिन B12 उपलब्ध होता है, उसे खाना चाहिए या फिर विटामिन B12 की खुराक दवाओं या पूरकों का उपयोग करना चाहिए।
vitamin b 12 ki kami se hone wale rog in hindi
विटामिन बी 12 की कमी से कुछ रोग हो सकते हैं। इनमें से कुछ रोग निम्नलिखित हैं:-
- मेगलोब्लास्टिक एनीमिया – विटामिन बी 12 की कमी से इस रोग में रक्त में हेमोग्लोबिन की मात्रा घट जाती है जिससे रक्त कोशिकाओं का आकार बड़ जाता है और शरीर में अनेक समस्याएं होती हैं।
- न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर्स – विटामिन बी 12 की कमी न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर्स के कारण भी होती हैं। इनमें डिमेंशिया, पार्किंसन रोग, अल्जाइमर रोग और अन्य न्यूरोलॉजिकल समस्याएं शामिल होती हैं।
- इंफर्टिलिटी – विटामिन बी 12 की कमी आपकी बच्चेदानी नलिकाओं के विकार को बढ़ावा देती है, जिससे अंडों को गर्भधारण करने में असमर्थता हो सकती है।
- दिमागी समस्याएं – विटामिन बी 12 की कमी दिमागी समस्याओं को भी बढ़ावा देती है, जैसे कि भूलने की समस्या, न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर और मानसिक रोग जैसे अवसाद और चिंता।
- अन्य समस्याएं – विट
मिन बी 12 की कमी से अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं जैसे:-
- त्वचा रोग जैसे एक्जिमा, प्सोराइसिस और डर्माटाइटिस
- पेट में समस्याएं जैसे आंत के संक्रमण और पेट में सूजन
- सांस लेने में परेशानी जैसे अस्थमा और अन्य फेफड़ों की समस्याएं
- मुँह और गले के समस्याएं जैसे मुंह के छाले और खराश
इन समस्याओं से बचने के लिए, आपको विटामिन बी 12 युक्त आहार खाना चाहिए या फिर अपने डॉक्टर से बात करना चाहिए जो आपको सही विटामिन बी 12 सप्लीमेंट या इंजेक्शन की सलाह देंगे।
शरीर में B12 की कमी क्यों होती है?
शरीर में vitamin b 12 foods in hindi की कमी के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:-
- कम पौष्टिक मूल्य वाला आहार: विटामिन बी 12 खाद्य पदार्थों में नहीं पाया जाता है, इसलिए इसे हमें अपने आहार से लेना होता है। कम पौष्टिक मूल्य वाले आहार में विटामिन बी 12 की कमी हो सकती है।
- आलसी अवस्था: जो लोग बहुत आलसी होते हैं और नियमित रूप से व्यायाम नहीं करते हैं, उनमें विटामिन बी 12 की कमी होने की संभावना होती है।
- स्टोमेच या इंटेस्टाइन के रोग: स्टोमेच या इंटेस्टाइन के किसी भी रोग से पीड़ित लोगों में विटामिन बी 12 की कमी होने की संभावना बढ़ जाती है, क्योंकि यहां विटामिन बी 12 के अवशोषण की क्रिया होती है।
- विटामिन बी 12 की अवशोषण की समस्याएं: कुछ लोगों में आमतौर पर विटामिन बी 12 को अवशोषित करने की क्रिया में कुछ समस्याएं होती हैं, जो इसे उनके शरीर से समाप्त कर देती हैं।
- अल्कोहल उपयोग: अधिक मात्रा में अल्कोहल के उपयोग से शरीर में विटामिन बी 12 की मात्रा में भरी कमी होने लगती हैं।
- निर्जलीकरण: निर्जलीकरण से या थकान के कारण अन्य कारणों से लगातार उल्लासित होने से विटामिन बी 12 की कमी हो सकती है।
- विटामिन बी 12 की उपचुंबी: कुछ लोगों में विटामिन बी 12 की उपचुंबी होती है, जिससे विटामिन बी 12 की कमी हो सकती है।
- दवाओं का उपयोग: कुछ दवाओं के उपयोग से भी विटामिन बी 12 की कमी हो सकती है, जैसे कि एंटासिड्स, मेटफॉर्मिन, एंटीबायोटिक्स आदि।
- उम्र के साथ बढ़ती उम्र: उम्र के साथ बढ़ती उम्र भी विटामिन बी 12 की कमी का कारण हो सकती है।
यदि आपको लगता है कि आपके शरीर में विटामिन बी 12 की कमी हो सकती है, तो आपको अपने चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। आपके चिकित्सक द्वारा निर्धारित किए गए टेस्टों द्वारा विटामिन बी 12 की कमी की जांच की जा सकती है, जिससे आपको सही उपचार मिल सकता है।
B12 तुरंत कैसे बढ़ाएं?
विटामिन बी 12 की कमी को दूर करने के लिए निम्नलिखित उपायों का उपयोग किया जा सकता है:
- विटामिन बी 12 युक्त आहार: विटामिन बी 12 से भरपूर आहार खाना बेहद महत्वपूर्ण होता है। विटामिन बी 12 युक्त आहार में मछली, अंडे, दूध, दही, पनीर, ताजा फल और सब्जियां शामिल होती हैं।
- बी 12 युक्त आहार का सप्लीमेंट: अगर आपके शरीर में विटामिन बी 12 की कमी है, तो इसके लिए आप सप्लीमेंट का भी उपयोग कर सकते हैं। आपको इस बारे में अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।
- विटामिन बी 12 की इंजेक्शन: कुछ लोगों में विटामिन बी 12 की कमी काफी गंभीर होती है, जिससे इंजेक्शन के जरिए विटामिन बी 12 का सेवन किया जाता है। इस विषय में भी आपको अपने चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए।
- स्ट्रेस कम करें: स्ट्रेस कम करना भी विटामिन बी 12 की कमी को दूर करने में मददगार होता है।
- नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम करना भी विटामिन बी 12 की कमी को दूर क
विटामिन B12 की सबसे अच्छी दवा कौन सी है?
विटामिन बी 12 की कमी के लिए दवाइयों की जरूरत नहीं होती है, बल्कि इसे आहार और स्वस्थ जीवन शैली के माध्यम से पूरा किया जा सकता है। अगर किसी को विटामिन बी 12 की कमी है तो वह डॉक्टर से परामर्श कर सकता है कि कौन सी दवा या स्वास्थ्य संबंधी सलाह दी जाए।
इसके अलावा, यदि कोई व्यक्ति विटामिन बी 12 की कमी को दूर करने के लिए सप्लीमेंट लेना चाहता है, तो वह डॉक्टर से परामर्श करके उपयुक्त संख्या और दवा की जानकारी ले सकता है। इसलिए, विटामिन बी 12 की कमी के लिए दवाइयों की जगह आहार में इसे पूरा करने की जानकारी लेना बेहतर होगा।
विटामिन बी 12 की अधिकता से होने वाले रोग।
विटामिन बी 12 की अधिकता से एक बहुत ही कम संख्या में लोगों को नुकसान होता है। इसलिए आमतौर पर यह सलाह दी जाती है कि इसकी खुराक केवल डॉक्टर के परामर्श अनुसार ही ली जाए।
vitamin b 12 foods in hindi की अधिकता के कुछ संभव दुष्प्रभाव निम्नलिखित हैं:
- सीने में जलन या एसिडिटी की समस्या
- त्वचा में खुजली या चकत्ते
- एलर्जी और श्वसन तंत्र की समस्याएं
- मुंह में छाले और गिरने के लिए इम्यून सिस्टम की कमजोरी
- दिमागी घंटलें, अस्थिरता और समझ में कमजोरी
अधिक विटामिन बी 12 के सेवन से ये समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए इस विटामिन की खुराक नियमित ढंग से ली जानी चाहिए।
विटामिन बी 12 कितना होना चाहिए।
आमतौर पर वयस्कों के लिए निम्नलिखित विटामिन बी 12 की आवश्यकताएं होती हैं:
- पुरुषों और महिलाओं के लिए: 2.4 माइक्रोग्राम प्रतिदिन।
- गर्भवती महिलाओं के लिए: 2.6 माइक्रोग्राम प्रतिदिन।
- स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए: 2.8 माइक्रोग्राम प्रतिदिन।
इससे अधिक या कम विटामिन बी 12 की मात्रा लेने से समस्याएं हो सकती हैं। अगर आपको इस विषय में संदेह है, तो एक डॉक्टर से सलाह लेना सर्वोत्तम होगा।
विटामिन बी 12 की आयुर्वेदिक गोलियां पतंजलि।
पतंजलि आयुर्वेद के अनुसार, निम्नलिखित आयुर्वेदिक गोलियां विटामिन बी 12 की कमी को दूर करने में मददगार हो सकती हैं:
- शिलाजीत सत: शिलाजीत सत एक आयुर्वेदिक औषधि है जो विटामिन बी 12 की कमी को दूर करने में मदद कर सकती है।
- अश्वगंधा चूर्ण: अश्वगंधा चूर्ण में विटामिन बी 12 की अधिक मात्रा होती है, इसलिए यह विटामिन बी 12 की कमी को दूर करने में मददगार हो सकता है।
- गोखरू चूर्ण: गोखरू चूर्ण में विटामिन बी 12 की मात्रा होती है और इसलिए यह विटामिन बी 12 की कमी को दूर करने में मददगार हो सकता है।
यहां तक कि, पतंजलि में विटामिन बी 12 के सप्लीमेंट्स भी उपलब्ध हैं, जिन्हें डॉक्टर की सलाह के बिना लेना अच्छा नहीं होता। आपको एक आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लेना चाहिए, जो आपकी स्थिति का विश्लेषण करके आपको सही दवा और मात्रा का सुझाव दे सकता है।
विटामिन बी 12 की गोलियां हिमालय।
हिमालय विटामिन बी 12 की कुछ अच्छी गोलियां बनाता है। ये निम्नलिखित हैं:
- हिमालया बी कॉम्प्लेक्स: यह गोली विटामिन बी 12 के साथ-साथ अन्य विटामिन बी जैसे फोलिक एसिड और विटामिन बी 6 को भी शामिल करती है।
- हिमालया विटामिन बी 12: यह गोली उच्च शक्ति वाले विटामिन बी 12 का एक स्रोत है।
- हिमालया मेथी सीड विटामिन बी 12: यह गोली विटामिन बी 12 के साथ-साथ मेथी सीड का उपयोग करती है, जो शरीर के विटामिन बी 12 स्त्रोत को बढ़ाता है।
याद रखें, हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें पहले इन दवाओं का उपयोग करने से पहले, विटामिन बी 12 के संबंध में उनकी सलाह लें और सुनें।
विटामिन बी 12 का कार्य क्या है?
विटामिन बी 12 शरीर के लिए एक आवश्यक विटामिन है, जो उनके संरक्षण और अनुरक्षण में मदद करता है। यह पोषण के लिए आवश्यक होता है और शरीर को कुछ महत्वपूर्ण कार्यों के लिए भी आवश्यक होता है।
कुछ महत्वपूर्ण कार्य जिनके लिए विटामिन बी 12 जरूरी होता है:-
- लकवा रोकथाम: विटामिन बी 12 का उपयोग लकवा या दिल के दौरे से रोकथाम के लिए किया जाता है।
- रक्त बनाना: विटामिन बी 12 मदद करता है शरीर को स्वस्थ रखने वाले कुछ विशेष प्रोटीन और एमिनो एसिड बनाने में। यह शरीर के रक्त को बनाने में मदद करता है।
- स्वस्थ नर्व संचार: विटामिन बी 12 न्यूरोनों के निर्माण में भी मदद करता है जो स्वस्थ नर्व संचार के लिए आवश्यक होते हैं।
- डीएनए के निर्माण में मदद: विटामिन बी 12 के सहायता से डीएनए के निर्माण में मदद की जाती है।
- संरक्षण और नुकसान से बचाव: विटामिन बी 12 शरीर को नुकसान से बच
विटामिन बी 12 के अन्य कार्यों में शामिल हैं:-
- सीने में जलन और बेचैनी को कम करना: विटामिन बी 12 थकान और बेचैनी को कम करने में मदद कर सकता है।
- न्यूरोलॉजिकल फंक्शंस को सुधारना: विटामिन बी 12 न्यूरोलॉजिकल फंक्शंस को सुधारने में मदद करता है, जो हमारी मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं।
- रक्त को बनाए रखना: विटामिन बी 12 शरीर के रक्त को बनाए रखने में मदद करता है।
- सामान्य विकास को सुनिश्चित करना: विटामिन बी 12 सामान्य विकास और वृद्धि के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।
- मोटापा को कम करना: विटामिन बी 12 शरीर की मेटाबॉलिज्म प्रक्रियाओं को सुधारता है जो मोटापा को कम करने में मदद करता है।
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