उड़ीसा बालासोर रेल दुर्घटना, केस सुप्रीम कोर्ट पंहुचा,हुआ भारी बवाल, एक्स्पर्ट के द्वारा जांच करने की मांग की गई है

देश की सबसे बड़ी रेल दुर्घटना उड़ीसा में हुआ है। उसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक पीआईएल दाखिल की गई है। इस पैनल में एक्स्पर्ट के द्वारा जांच करने की मांग की गई है। इस पी एल में ये भी बताया गया है की इसको जांच करने के लिए रिटायर्ड जज होना जरूरी है। इस जांच में बहुत ही बड़ा चीज़ की मांग किया गया है।

आपको बता दें कि पीआईएल में कवच नाम के एक ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन सिस्टम यानी टफ होता है। इस एटीपी को भी निर्धारित। निर्धारित करने के लिए भी कहा गया है। इसमें यह भी कहा गया है पी एल में की तीन ट्रेन एक साथ कैसे लड़ी? इतनी लोगों की जान कैसे चल गई, सरकार इस पर कड़ी से कड़ी जांच करें और ये मानवीय जो त्रुटि हुई है, इस पर भी जांच होनी चाहिए। की। इसमें सिग्नल फेल हैं या कोई और भी पहलू हैं?

दुर्घटना में पटरियों का काम जारी कर दिया गया है। उड़ीसा के बालासोर जिले में पागल ना बाजार में शुक्रवार को सबसे बड़ा भीषण रेल हादसा हुआ था, जिसमें हजारों लोगों की मौत हो चुकी है और हालत। हालत बहुत ज्यादा गंभीर है अभी भी। बहुत सारे हॉस्पिटल में मर्ज एएनसी वार्ड में पेशेंट भर्ती है। मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है

रात भर पटरियों का मरम्मती का कार्य चल रहा था। वहाँ पर रेल मंत्री भी उसी जगह पर। रेलवे अधिकारियों के साथ में थे। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि हादसे के दौरान इलेक्ट्रिक लाइन पटरियों को मरम्मती का कार्य चल रहा है। दिन और रातकार्य चालू रहेगा। केंद्रीय मंत्रियों अश्विनी बैष्णव धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार तड़के दुर्घटनास्थल का दौरा किया और वार अधिकारियों को नीस। दिशा निर्देश दिया है कि जल्द से जल्द। राहत कार्यों को। तेज किया जाए और मरम्मती का कार्य तुरंत पूरा किया जाए।

उड़ीसा बालासोर रेल दुर्घटना में प्रभावितो को भेजा जा रहा है अपने घर।

उड़ीसा बालासोर रेल दुर्घटना, केस सुप्रीम कोर्ट पंहुचा

अश्विनी वैष्णव। उन्होंने कहा की मरम्मती का कार्य लगातार तेज किया जा रहा है और आगे बढ़ रहा है। सिंगल लाइन पटरी का सिग्नल प्रणाली का काम लगभग पूरा हो चुका है, तुरंत उसे चालू कर लिया जाएगा। एक पटरी के ऊपर बिजली की तारों की मरम्मती का कार्य चल रहा है जो 25,000 केवी का होता है। इस पर भी तुरंत पूरा कर लिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि बचाव का काम जोरों पर चल रहा है। हम प्रत्येक। घंटे इस पर अपना नजर बनाए रखे हुए है। लोगों को घर भेजने के लिए स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर कार्य किया जा रहा है। और रेलवे लिंक में जीतने भी पटरियां है। सबको मरम्मती का कार्य किया जा रहा है। लगभग मंगलवार तक यह कार्य पूरा कर कर ट्रेन को बहाल कर दिया जायेगा। और यहाँ पर 24 घंटे लगातार काम चल रहा है।

उड़ीसा बालासोर रेल दुर्घटना

यात्रियों को निकालने के लिए चलाई जा रही है विशेष ट्रेन।

रेलवे अधिकारियों ने यह भी बताया की इस दुर्घटना में एक डिब्बे। को परिचालन से हटा दिया गया है। यहाँ पर जीतने भी। मलबा गिरा हुआ था। सबको हटा दिया गया। कोरोमंडल एक्सप्रेस मार्ग पर एक विशेष ट्रेन। चेन्नई तक चलाई जा रही है। यह ट्रेन कटक, भुवनेश्वर एवं उन सभी स्थान पर रुकेगी जहाँ पर। 12841 कोरोमंडल एक्सप्रेस रुकती थी। उन्होंने कहा कि रेल दुर्घटना के कारण सभी फंसे यात्रियों को उनके परिजनों। इस ट्रेन का सेवा का लाभ उठाकर अपने परिजनों से मिल सकते हैं और अपने घर को जा सकते हैं।

दुर्घटना में घायलों को मिल रही है छूटी।

बालासोर और अन्य स्थानीय अस्पतालों में शुरू हुई। भारती की क्रिया में जो भी मरीज ठीक हो रहे हैं, उनको छुट्टी दिया जा रहा है।भुवनेश्वर, कोलकाता सहित मल्टी स्पेशलिस्ट जीतने भी अस्पताल हैं। उन्हें नोटिस भेज दिया गया है। प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि अधिकतर शव को भी भुवनेश्वर स्थित के केंद्र में हस्तांतरित कर दिया गया है। उनको सुरक्षित रखा गया है। आपको बता दें कि भुवनेश्वर में कोरोमंडल सप्रेस शुक्रवार की शाम, करीब 7:00 बजे एक रेलगाड़ी से टकरा गयी थी।

जिसमें कोरोमंडल के अधिकार डिब्बे पटरी से उतर गए थे जिससे हरो लोगो की मौत हो गई कोरोमंडल एक्सप्रेस के कुछ डिब्बों में उसी समय वहाँ से गुजर रही बेंगलुरु हावड़ा एक्सप्रेस। कि पिछले डिब्बे पर जाकर पलट गए थे, जिसके वजह से से बहुत भारी नुकसान हुआ था और एक साथ तीन ट्रेन लड़ने के कारण हजारों लोगों की जान चली गई और हज़ारों हजारों की संख्या में लोग घायल हो गए।

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