आज हम बात करेंगे एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की, जिसका गठन 2008 में हुआ था और जिसके 18वें सम्मेलन का आयोजन नई दिल्ली में हो रहा हैं रहा है। जी 20 (G20) नामक यह सम्मेलन विश्व के प्रमुख आर्थिक देशों का महत्वपूर्ण प्लेटफार्म है, जिसमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होती है और दुनिया की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के उपाय खोजे जाते हैं।
G-20 सम्मेलन का इतिहास
जी 20 का गठन 2008 में हुआ था, और इसका पहला सम्मेलन अमेरिका के वाशिंगटन, डीसी में हुआ था। जी 20 का मुख्य उद्देश्य वित्तीय और आर्थिक मुद्दों पर चर्चा करना है, और यह दुनिया की जीडीपी में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसमें 85% तक की हिस्सेदारी होती है और इसके सदस्य देश दुनिया की 75% प्रोडक्शन और अंतरराष्ट्रीय व्यापार का हिस्सा हैं।
G-20 सम्मेलन का आयोजन
जी 20 का सम्मेलन वर्ष 2021 में इटली के रोम में हुआ था, जिसमें आर्थिक मुद्दों पर चर्चा की गई थी। इसके बाद, 17वें सम्मेलन का आयोजन इंडोनेशिया में साल 2022 में हुआ, जो एक महत्वपूर्ण कदम था इस सम्मेलन की चर्चाओं की दिशा में। अब इस साल भारत में हो रहा हैं।
g-20 सम्मेलन का मकसद
जी 20 के सदस्य देश दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं को मजबूत करने के उपाय ढूंढ़ते हैं। इसमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाती है, जैसे कि शिक्षा, रोजगार, और खाद्य पदार्थों की कीमतें। जी 20 के सदस्य देशों के बीच इस प्लेटफार्म के माध्यम से आर्थिक सहयोग के उपाय खोजते हैं और विश्व अर्थव्यवस्था को सुधारने का प्रयास करते हैं।
निष्कर्ष
जी 20 का सम्मेलन एक महत्वपूर्ण आर्थिक प्लेटफार्म है जो विश्व की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करता है। यह सम्मेलन दुनिया के अर्थव्यवस्थिक संकटों का समाधान ढूंढ़ने का प्रयास करता है और अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए उपायों की तलाश करता है।