वेदांता पर पर्यावरण कानूनों का उल्लंघन करने के आरोपों से वेदांता के शेयरों में गिरावट
Vedanta ltd: नई दिल्ली, 01 सितंबर 2023: ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (OCCRP) ने भारतीय कारोबारी अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांता पर कोरोनावायरस संकट के दौरान पर्यावरण कानूनों का उल्लंघन करने के आरोप लगाए हैं। OCCRP ने दावा किया है कि वेदांता ने सरकार से गुपचुप तरीके से लॉबीइंग की थी ताकि उसे नए पर्यावरणीय मंजूरी हासिल किए बिना खनन उत्पादन में 50 प्रतिशत की वृद्धि की अनुमति मिल सके।
Vedanta ltd: वेदांता पर खनन उत्पादन में 50% की वृद्धि के लिए बिना पर्यावरणीय मंजूरी के लॉबीइंग करने के आरोप
OCCRP की रिपोर्ट के अनुसार, वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने जनवरी 2021 में तत्कालीन पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में अग्रवाल ने सरकार से कहा था कि माइनिंग कंपनियों को नए पर्यावरणीय मंजूरी हासिल किए बिना 50 प्रतिशत उत्पादन बढ़ाने की अनुमति दी जानी चाहिए। अग्रवाल ने इसके लिए देश में आर्थिक रिकवरी की रफ्तार को तेज होने का भी हवाला दिया था।
OCCRP की रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि वेदांता की ऑयल एंड गैस कंपनी केयर्न इंडिया ने ब्लॉक में जनसुनवाई को खत्म करने के लिए लॉबिंग की थी। इस लॉबिंग में उसे सफलता भी मिली।
वेदांता ने OCCRP के आरोपों से इनकार किया है। कंपनी ने कहा है कि वह देश की एक प्रमुख प्राकृतिक संसाधन कंपनी है और देश में आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए काम कर रही है।
OCCRP की रिपोर्ट से वेदांता के शेयरों में गिरावट आई है। गुरुवार को वेदांता के शेयरों में 10 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
आरोपों पर क्या कहता है कानून?
भारतीय कानून के अनुसार, खनन कंपनियों को खनन करने से पहले पर्यावरणीय मंजूरी लेनी होती है। इस मंजूरी में खनन के संभावित प्रभावों पर विचार किया जाता है। यदि कोई कंपनी बिना पर्यावरणीय मंजूरी के खनन करती है, तो उसे दंडित किया जा सकता है।
क्या इससे पर्यावरण को नुकसान पहुंच सकता है?
वेदांता पर लगाए गए आरोपों से पर्यावरण को नुकसान पहुंचने की आशंका है। यदि वेदांता बिना पर्यावरणीय मंजूरी के खनन करती है, तो इससे पर्यावरणीय प्रदूषण और वन्यजीवों के लिए खतरा पैदा हो सकता है।
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इस मामले पर आगे क्या होगा?
वेदांता ने OCCRP के आरोपों से इनकार किया है। अब यह देखना होगा कि सरकार इन आरोपों की जांच करती है या नहीं। यदि सरकार जांच करती है और वेदांता को दोषी पाती है, तो कंपनी को दंडित किया जा सकता है।