essay on my favourite game football in hindi

प्रस्तावना – खेल की आवश्यकता

hello दोस्तों आज हम सब इस आर्टिकल में जानेगे की essay on my favourite game football in hindi  कैसे लिखते है ? हम सब जानते है की विधार्थियो  के लिए खेलना परमावश्यक है। खेलने से उनका शारीरिक विकास भली प्रकार हो जाता है। अंग्रेजी की कहावत प्रसिद्ध है ” Sound mind in a sound body ” अर्थात् स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क रहता है। विद्यार्थी जीवन बिना समुचित मानसिक विकास के सुचारू रूप से नहीं चल सकता।

विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए खेलों की व्यवस्था की जाती है। प्रत्येक स्कूल और कॉलेजों में खेलों की व्यवस्था का प्राविधान है। नवीन पद्धतियों के अनुसार तो खेल ही शिक्षा का माध्यम है। सारे पाठ्यक्रम को खेल के इर्द – गिर्द इस प्रकार बाँध दिया जाता है कि सम्पूर्ण शिक्षा खेल द्वारा ही दी जा सके। अतः विधार्थियो  के लिए खेलना परमावश्यक  है।

 

खेल के आयोजन तथा व्यवस्था essay on my favourite game football in hindi

फुटबॉल का खेल हमारे देश में अंग्रेजी सभ्यता के साथ – साथ आया है। यह समतल मैदानी भूमि पर खेला जाता है। इस खेल के लिए लगभग 100 गज लम्बी और 60 गज चौड़ी भूमि की आवश्यकता होती है। खेल की व्यवस्था इस प्रकार की जाती है कि मैदान में दो – दो लट्ठे गाढ़ दिये जाते हैं। यही स्थान गोल सूचक चिन्ह माने जाते हैं। इस खेल में एक गेंद और उसमें हवा भरने के लिए पम्प की आवश्यकता होती है। इसके अतिरिक्त इस खेल में अन्य किसी सामान को जुटाने की आवश्यकता नहीं पड़ती।

देशी खेलों की भाँति यह खेल सस्ता है। खेल के मध्य में एक रेखा मैदान को दो भागों में विभाजित करती है । इसके अतिरिक्त दो रेखाएँ होती हैं, जिन्हें क्रमशः गोल लाइन “ Goai Line ” और टच लाइन ” Touch Line ” कहते हैं। इस खेल में हॉकी की भाँति दोनों पक्षों में ग्यारह – ग्यारह खिलाड़ी होते हैं।

 

 

मैच की तैयारी football par nibandh in hindi

मैंने जिस मैच को देखा वह आगरा ग्राउण्ड पर डी ० ए ० वी ० इण्टर कॉलेज व अग्रवाल इण्टर कॉलेज के मध्य खेला गया था। अक्टूबर का महीना था , मैच का आरम्भ होने का समय सोमवार को चार बजे था। प्रधानाचार्य जी ने छात्रों को मैच की सूचना शनिवार को ही दे दी थी ताकि सभी छात्र नियत समय पर क्रीड़ा – स्थल पर पहुँचकर अपने कॉलेज की टीम को प्रोत्साहित करें। सोमवार के दिन करीब तीन बजे कॉलेज (डी ० ए ० वी ० कॉलेज) के खिलाड़ी एवं अन्य विधार्थी उपस्थित हुए।  विधालय के प्रबंधन कार्यकारणी द्वारा यह निर्णय लिया गया  की प्र्त्येका साल इस तरह का आयोजन किया जाये विधालय में वार्षिकोत्सव पर निबंध

 

कॉलेज से खेल का मैदान करीब दो मील की दूरी पर था। खिलाड़ियों ने खेल की पोशाक पहन ली और अन्य विधार्थी कॉलेज की पोशाक में थे। लगभग 3½ बजे सेक्रेटरी के साथ पैदल ही खेल के मैदान को चल दिए। उसी समय अग्रवाल कॉलेज की टीम भी आ पहुँची। खेल के मैदान में दर्शक – गणों की भीड़ इकट्ठी हो रही थी। रैफरी के सीटी बजाते ही मैच का आरम्भ हो गया। उस समय का दृश्य बड़ा चित्ताकर्षक था।

आकाश में इन्द्रधनुष की अनुपम छटा दिखाई दे रही थी और शीतल पवन मन्द – मन्द गति से रही थी, जिससे खेल के मैदान के चारों कोनों पर लगी हुई झड़ियाँ फहरा रही थीं। गोल के चारों स्थानों पर जाली एवं लकड़ी से चौड़ा दरवाजा सा बना दिया गया था। एक ओर नगर के प्रमुख व्यक्तियों के बैठने के लिए कुर्सियों का प्रबन्ध था। पुरस्कार वितरित करने के लिए जिलाधीश को आमन्त्रित किया गया था। जिलाधीश के सामने एक मेज पर ट्राफी रक्खी हुई थी।

 

खेल का वर्णन तथा मैच का परिणाम essay on my favourite game football in hindi

दोनों टीमों के खिलाड़ी किसी भी प्रकार एक – दूसरे से कम नहीं थे। करीब आधे घण्टे तक किसी ओर से गोल नहीं हुआ। एक बार गेंद हमारे गोल में प्रवेश करने से बाल – बाल बच गई, क्योंकि हमारा गोल रक्षक बड़ा फुर्तीला था। गेंद को चतुराई से फेंककर उसने एक गोल बचाया किन्तु कुछ ही देर बाद अग्रवाल कॉलेज की टीम ने एक गोल कर दिया। रेफरी ने सीटी बजाई। सारा वातावरण करतल ध्वनि से गुञ्जित हो उठा, परन्तु हमारे खिलाड़ी हतोत्साहित नहीं हुये।

हमारे कॉलेज के विधार्थियो खिलाड़ियों को उत्साहित करना प्रारम्भ कर दिया। हमारी टीम और अधिक सावधानी से खेलने लगी । इतने में ही विश्राम का समय हो गया। दोनों ओर के खिलाड़ियों की दर्शकों ने भूरि – भूरि प्रशंसा की। दोनों ओर के खिलाड़ियों को फल खिलाये गये। पन्द्रह मिनट के विश्राम के पश्चात् सीटी बजी और खिलाड़ी अपने – अपने स्थान पर पहुँच गये। खेल पुनः आरम्भ हुआ। विपक्षी टीम ने हमारे कॉलेज की टीम को हराने में किसी प्रकार को कसर न रक्खी थी।

सुरेशचन्द्र नामक एक खिलाड़ी ने गेंद में ऐसी लात मारी कि गेंद विपक्षियों के गोल में जा पहुँची। अबकी बार विपक्षियों पर गोल हो गया। हम लोगों के हर्षोल्लास का ठिकाना न था। हमारा कोई साथी रूमाल उछाल रहा था तो कोई पैसे ऊपर की तरफ फेंक रहा था। सम्पूर्ण वातावरण एक अजीब कोलाहल मैच समाप्त होने में थोड़ा ही समय शेष था कि हमारी टीम उठा। अब गोल और से गूँज ने एक कर दिया।

रेफरी ने लम्बी सीटी बजाई, खेल समाप्त हो गया। हमारे हर्ष का पारावार न रहा। इसके पश्चात् जिलाधीश ने हमारे कैप्टिन को ट्राफी प्रदान की और खेलों की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। लगभग साढ़े छ बजे हम विद्यालय वापस लौटे। विजय के उपलक्ष में प्रधानाचार्य जी ने एक दिन के लिए कॉलेज बन्द कर दिया । सभी विद्यार्थी सानन्द अपने – अपने घर लौट गये।

 

फुटबॉल के खेल की उपयोगिता essay on my favourite game football in hindi

खेल से स्वस्थ रहने के अतिरिक्त मनोरंजन भी होता है। फुटबॉल का खेल अन्य अँग्रेजी खेलों की अपेक्षा सुलभ , सस्ता और अधिक उपयोगी है। इस खेल में न तो अधिक झंझट ही है और न कोई विशेष सामान जुटाने की आवश्यकता ही। मैदानी खेलों में यह सबसे अधिक मनोरंजक और स्वास्थ्यवर्द्धक है।

फुटबॉल खेलने से माँसपेशियाँ सबल हो जाती हैं। श्वासोच्छ्वास की क्रिया शीघ्र होने के कारण रक्त भी शुद्ध होता है , स्फूर्ति भी आती है , आज्ञा – पालन और कर्त्तव्य – परायणता की क्षमता आती है , पारस्परिक प्रेम और सहानुभूति की भावना प्रगाढ़ होती है। एक विद्वान के कथनानुसार ” यदि किसी के चरित्र की परीक्षा करनी है तो खेल के मैदान में करो।

 

फुटबॉल के खेल से अन्य खेलों की तुलना

” मैदानी खेलों में हॉकी, कबड्डी , टेनिस और क्रिकेट मुख्य हैं। अन्य सब खेलों की अपेक्षा फुटबॉल के खेल से व्यायाम अधिक होता है। फुटबॉल का खेल किसी भी ऋतु में खेला जा सकता है। यही खेल है, जिसमें सहयोग की प्रवृत्ति का जन्म होता है।

 

उपसंहार

मैच खेलने के अनेक लाभ होते हैं। खिलाड़ी खेल के मैदान में धैर्य और सहन शक्ति के गुण प्राप्त करते हैं। वे सहयोग के साथ काम करना सीखते हैं । उनमें आज्ञा पालन और कर्त्तव्य – परायणता की क्षमता आती है। इसके अतिरिक्त जन – साधारण का भी मनोरंजन होता है, इसलिए विद्यार्थी के लिए खेलना परम आवश्यक होता है। यदि पुस्तके मस्तिष्क का आहार हैं तो खेल स्वास्थ्य का मूल है ।

 

Udtagyani.Com provides information and education. There is an effort toward learning politics, entertainment, health, economics, computers, IT, and science. It is a free platform to learn analytics and make effective decisions

Leave a Comment