Moral Stories in Hindi for Class 5
एक बार की बात है, एक जंगल में एक हाथी और एक बकरी रहती थीं। वे दोनों अच्छे दोस्त थे और हमेशा साथ में खेलते और घूमते रहते थे।
एक दिन, जब वे दोस्त जंगल में घूम रहे थे, तभी उन दोनों का नजर एक गांव पर पड़ा। गांव में एक मेले का आयोजन हो रहा था और वे इसे देखने के लिए बहुत उत्साहित थे।
जब हाथी और बकरी मेले पहुंचे, तो उन्हें बहुत सारे चीज़ें देखने को मिलीं। मेले में रंग-बिरंगे वस्त्र, स्वादिष्ट खाने-पीने के समान, जुए-खेल, नाच-गाना, और ढेर सारे मजेदार गतिविधियाँ थीं।
इसे देखकर हाथी बहुत खुश था और धीरे-धीरे मेले का आनंद लेता गया। वह लम्बे पैरों से गीड़गीड़ाते हुए चलता रहा, लेकिन उसकी बड़ी आकृति के कारण वह उस भीड़ के बीच थोड़ा अस्थिर महसूस कर रहा था। लोगो के भोड़ में उसे चलने में मुश्किल हो रहा था
दूसरी ओर, बकरी छोटी और सुंदर थी। वह गहरे रंग के वस्त्र पहनी हुई थी और उसकी चाल बहुत निपुण और आकर्षक थी।
बकरी जागरूकता और मजे से मेले का आनंद ले रही थी। वह विभिन्न गतिविधियों में भाग लेती और बांधे गए उड़ानशील बनती थी। बकरी हर एक बात को संजोकर रख रही थी और वहां के महौल का अच्छे से आनंद ले रही थी। वह खूब चहल कदमी कर रही थी।
अब आएगी हम सब देंखेंगे की इस Moral Stories in Hindi for Class 5 की कहानी में हांथी बकरी के बारे में के सोचती हैं।
हाथी ने बकरी को देखा और उसकी चाल और आकृति से प्रभावित हुआ। उसे बकरी की चाल बहुत ग्रेसफुल और आकर्षक लगी। हाथी ने खुद को मोटा और बेढ़ंगा महसूस करने लगा और इसे देखकर उसे थोड़ी जलन महसूस होने लगी। अब हांथी अपने दोस्त बकरी से जलने लगी।
बकरी ने देखा कि हाथी कुछ परेशान लग रहा है और उसके विचारों को समझ गई। उसने हाथी के पास जाकर पूछा, “हाथी भैया, क्या आपको कोई परेशान कर रहा है?”
हाथी ने सच्चाई बताई और कहा, “बकरी, मुझे लगता है कि मैं अपने भार और आकार के कारण इस मेले में सभी के सामने बेअर्ड लग रहा हूँ। मैं अपनी अस्थिरता के कारण जी नहीं पा रहा हूँ।”
बकरी ने हँसते हुए कहा, “हाथी भैया, आप सबसे बड़े हो सकते हैं, लेकिन यह आपके अद्वितीयता को छिपा नहीं सकता।
आप महान और शक्तिशाली हैं। हम दोस्त हैं और एक-दूसरे के लिए समर्पित हैं। अपने आप को तुलना करने की बजाय, आप अपनी अनूठी गुणवत्ता को स्वीकार करें और इसे सभी के सामने प्रदर्शित करें।” भगवन का दिया सब कुछ अच्छा होता हैं आप ही वह हो जो धरती के सबसे बड़ा जजनवर हो आपके सामने किसी का कुछ भी नहीं चलता हैं।
हाथी बकरी के वचनों से प्रभावित हुआ। उसने सोचा कि बकरी सही कह रही है। उसे अपनी विशेषता पर गर्व होना चाहिए और उसे छिपाने की जगह, उसे दुनिया को दिखानी चाहिए।
बकरी और हाथी फिर से मेले के भीतर चले गए और हाथी ने अपने आप को पूरी शक्ति और गर्व के साथ चलना शुरू किया। उसने अपने बड़े आकार को सजाकर, मेले के अन्य लोगों के बीच बड़े आत्मविश्वास से घूमना शुरू किया।
अब हांथी का मन प्रशन्न हो गया हांथी को मेले के अंदर मजा आने लगा।
जब लोगों ने हाथी को देखा, वे उसकी शक्ति और गरिमा के सामर्थ्य को पहचाने और वहां खड़े हो गए। हाथी और बकरी को देखकर लोग उनकी अनोखी दोस्ती का भी प्रशंसा करने लगे।
वे दोनों अपनी दोस्ती को गर्व से देख रहे थे….
क्योंकि उनकी दोस्ती एक अद्वितीय उदाहरण थी। इससे लोगों को समझ आया कि सच्ची मित्रता कोई सीमा नहीं रखती है, चाहे वे भिन्न दिखने वाले हों या विभिन्न गुणों और योग्यताओं के साथ हों।
हाथी और बकरी मेले का आनंद लेते रहे, लोगों की प्रशंसा करते रहे और उनकी दोस्ती को मजबूत करते रहे। वे एक-दूसरे के साथ गतिविधियों में भाग लेते, खाने-पीने का आनंद लेते, और अद्भुत यात्राएँ करते रहे।
अब हांथी और बकरी का दिस्टि पहले से भी मजबूत हो गया था। लोगो का निगाह इन्ही दोनों के ऊपर लगा रहता था। की एक इतना बड़ा जानवर एक बहुत छूटा जानवर एक सारः कैसे घूम रहा हैं।
Best Hindi Story for Kids | बच्चों के लिए हिंदी कहानी
इस कहानी से हमें क्या सिख मिला ?
Moral Stories in Hindi for Class 5 वाले इस कहानी से हमें यह सिख मिला कि हमारे समाज में विभिन्नता स्वीकार करनी चाहिए और हमें लोगों की गुणवत्ता, प्रतिभा और योग्यता का सम्मान करना चाहिए। हमें दूसरों के साथ मित्रता बनाने की क्षमता होनी चाहिए, जो हमें सामरिकता, सहयोग और प्रेम की महत्वपूर्णता को समझाती है।
Moral Stories in Hindi for Class 5 यह एक ऐसी कहानी है जो हमें एक-दूसरे की अनूठी गुणवत्ता को स्वीकार करने और समर्थन करने की महत्वपूर्णता बताती है। हमें सभी को समान रूप से महत्व देना चाहिए।