उपभोक्ता (consumer)
उपभोक्ता क्या है? what is consumer in Hindi
प्राथमिक उपभोक्ता क्या है? What is the primary consumer in Hindi
उपभोक्ता Consumer की अवधारणा अत्याधिक ही व्यापक है। आपको जानकारी होना चाहिये की प्रत्येक व्यक्ती किसी न किसी रूप मे उपभोक्ता (consumer) है। क्यू की उपभोग के बिना जीवन का अस्तित्व ही सम्भव नहीं है। अर्थशास्त्र मे उपभोक्ता consumer एक महत्वपूर्ण घटक Constituentहै। जो समुच्चय आर्थिक क्रियाओं का मूल होता है। पूंजीवादी अर्थव्यवस्था मे उपभोक्ता को सर्वोत्तम माना जाता है। वर्तमान समय यानी पूरे विश्व में उपभोक्ता की संप्रभुता काफी सीमा तक सीमित हो गई है।
उपभोक्ता का अर्थ Upbhogta ka arth (Meaning of Consumer in Hindi ) उपभोक्ता व्यवहार के अर्थ
शब्द रचना की दृष्टि से उपभोक्ता Consumer उपभोग consumption का कर्ता होता है। दूसरे शब्दों में व्यक्तिगत आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु वस्तु या सेवा का उपभोग करने वाला व्यक्ति उपभोक्ता Consumer है।
समान्य बोलचाल में क्रेता यानी कोई समान खरीदने वाले को ही उपभोक्ता Consumer मान लिया जाता है। लेकिन वास्तव मे उपभोक्ता Consumer वही होता है जो अपने आवश्यकता पूर्ति के लिए वस्तु या सेवा का क्रय करता है।
उपभोक्ता का परिभाषाएँ Upbhogta ka paribhasha (Definition of consumer in Hindi)
उपभोक्ता की परिभाषा अनेक विचारकों, समूह या अधिनियमों में अलग अलग प्रकार से दी गई है…
जिसमें प्रमुख परिभाषाएँ है___
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1 शैक्षिक योजना समूह, दिल्ली के अनुसार – – – कोई भी व्यक्ती उपभोक्ता हो सकता है, जो किसी भी प्रकार के पदार्थ को खरीदता या उपभोग मे लाता है।
लेकिन यह परिभाषा उपभोक्ता की दोषपूर्ण परिभाषा है। प्रथम, इस परिभाषा में प्रत्येक क्रेता यानी समान खरीदने वाले को उपभोक्ता consumer माना गया है, चाहे वह वस्तु का प्रयोग करता हो या केवल खरीदार। दूसरे इसमे केवल पदार्थ (product or Commodities) को ही उपभोक्ता Consumer के लिए शर्त माना गया है, सेवाओं को नहीं।
2 अल्फ्रेड मार्शल Aldfred Marshal के अनुसार – – – “उपभोक्ता वह व्यक्ति है जो उपभोग के सच्चे अर्थ को समझकर उपभोग करता है।”
आर्थिक एवं तकनीकी दृष्टि से उपभोक्ता Consumer उस व्यक्ति कुछ कहा जाता है जो मूल्य देकर किसी वस्तु या सेवा को खरीदे और फिर उपभोग करे। भारत के उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम Indian Consumer protection act’ में उपभोक्ता consumer की परिभाषा Definition इसी अर्थ यानी शब्द में दी गई हैं।
उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम क्या है?
उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम Consumer protection act in Hindi
Upbhokta Sanrakshan adhiniyam in Hindi
उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 क्या है? What is Consumer Protection Act 1986 in Hindi
1986 के अनुसार – “कोई भी व्यक्ति जो मूल्य यानी पैसा देकर कोई वस्तु या सेवा प्राप्त करता है और उपभोग करता है वह व्यक्ति भोक्ता consumer की श्रेणी में आता है।
इस अधिनियम में उपभोक्ता को इन शब्दों में चिन्हित किया गया है।
वस्तु के संबंध में उपभोक्ता से अभिप्राय उस व्यक्ति से हैं जो निम्नांकित वर्गों में आता है-
🔹वह व्यक्ति जो प्रतिफल का भुगतान करके या उसके भुगतान का वचन देकर, या उसका आंशिक भुगतान करके और आंशिक भुगतान का वचन देकर या किसी आस्थगित भुगतान पद्धति Hire purchase के अधीन कोई माल क्रय करता है।
🔹इस माल के वास्तविकता क्रेता से भिन्न ऐसा व्यक्ति भी सम्मिलित है, जो क्रेता के अनुमोदन Approval से ऐसे माल का प्रयोग करता है।
सेवाओं के मामले में उपभोक्ता से अभिप्राय Opinion ऐसे व्यक्ति से हैं जो नामांकित वर्गों में आता है–
🔹वह व्यक्ति जो प्रतिफल Returnका भुगतान करके या उसके भुगतान का वचन देकर या उसका आंशिक Partialभुगतान करके और आंशिक partial भुगतान पद्धति के अधीन, किसी से सेवा या सेवाओं को भाड़े Rent पर लेता है।
इसमें प्रतिफल का भुगतान करके सेवाओं को वास्तव में भाड़े पर लेने वाले व्यक्ति से भिन्न ऐसा लाभ भोगी भी सम्मिलित है, जो वास्तव में भाड़े Rent पर लेने वाले व्यक्ति के अनुमोदन Approval से ऐसी सेवाओं का उपयोग करता है।
उपर्युक्त परिभाषाओं के आधार पर उपभोक्ता को इस प्रकार से भी परिभाषित किया जा सकता है– ” स्वयं या अपने प्रतिनिधि द्वारा किसी वस्तु या सेवा के लिए मूल्य का या मूल्य भुगतान का वचन देकर या किराया देकर, या किराए देने का वचन देकर वस्तु या सेवा को प्राप्त करता है। और उससे आवश्यकताओं की संतुष्टि करने वाला व्यक्ति उपभोक्ता Consumer है।”
उपभोक्ता की विशेषताएं Upbhogta ki viseshtay (Features of consumer behavior in Hindi)
उपभोक्ता Consumer की परिभाषाओ Definition के आधार पर बहुत सारी विशेषताएं प्रकट होती है –
जिसमें कुछ आपको हम बता रहे हैं
1 उपभोक्ता कोई भी व्यक्ति हो सकता है- उपभोक्ता कोई भी व्यक्ती हो सकता है उत्पादन या विक्रेता होने के साथ ही उसका एक रूप निश्चित ही उपभोक्ता Consumer का होगा। वह चाहे जिस जाती Cast धर्म Religion’s, संप्रदाय community, उम्र Age , लिंग sex अथवा देश country का हो।
उपभोग एवं उपभोक्ता upbhog aur upbhokta in Hindi (consumption and consumer in Hindi)
2 वस्तु या सेवा दोनों का उपभोग सम्मलित होना- उपभोक्ता consumer वस्तु या सेवा servic दोनों का ही उपभोग करने वाला होता है। इसलिए इसमे विभिन्न प्रकार की सेवाओं चिकित्सक Doctor , एकाउंटेंट, टेलर आदि की सेवाओं को सम्मलित किया जाता है।
3 वस्तु या सेवा के मूल्य का भुगतान आवश्यक है- बिना मूल्य के वस्तु की प्राप्ति कर उपभोग करने पर वह तकनीकी आधार पर वह उपभोक्ता Consumer नहीं कहा जाएगा।
उदहारण के लिए… कोई भी व्यक्ति नदी से पानी लाकर उपभोग करता है तो वह बाजार प्रणाली में उपभोक्ता consumer नहीं माना जाएगा। क्योंकि यहां पर उसके खरीदने purchasing का कोई बाजार से संबंध नहीं है, किंतु यदि एक व्यक्ति बिसलेरी की सील बंद बोतल पानी water का उपभोग करता है तो वह उपभोक्ता होगा।
4 अंतिम उपभोग एवं अनिवार्य शर्त- उपभोक्ता वही व्यक्ती होगा जो वस्तु को खरीद कर उसका स्वयं उपभोग करता है या किसी दूसरे को उपभोग की अनुमति देता है।
5 क्रेता (यानी खरीदने वाला) और उपभोक्ता Consumer मे अन्तर होना- क्रेता और उपभोक्ता में भी अंतर होता है। क्रेता वस्तु का क्रय करने वाला व्यक्ति होता है (यानी खरीदने वाला होता है)
उसके लिए आवश्यक नहीं है कि वह उस वस्तु का उपभोग ही करें।
उदाहरण के लिए… एक फुटकर विक्रेता जब थोक विक्रेता से सामान खरीदता है, तो वह क्रेता अवश्य होता है यानी सामान खरीदने वाला होता है, उपभोक्ता नहीं।
ध्यान रखे प्रत्येक क्रेता यानी खरीदने वाला व्यक्ति उपभोक्ता Consumer नहीं होता है।
उपभोक्ता के प्रकार upbhogta ke prkar (Types of consumer in Hindi )
Classifieds of consumer in Hindi
उपभोक्ता कितने प्रकार के होते हैं?
उपभोक्ता Consumer को विभिन्न आधारों पर वर्गीकृत classified किया जाता है।
1 संतोष के आधार पर (on the basis of satisfaction)
✔️ मध्यवर्ती उपभोक्ता intermediate consumer in Hindi (intermediate consumer) वह होता है जो किसी वस्तु या सेवा का क्रय एवं प्रयोग उत्पादन कार्य या व्यवसाय के लिए करता हैं, ऐसे उपभोक्ता को उद्देश्य केवल लाभ कमाना होता है, संतोष प्राप्त करना नहीं होता। यदि हम तकनीकी दृष्टि से बात करे तो ऐसे उपभोक्ता को वास्तविक उपभोक्ता नहीं कहा जा सकता।
उदाहरण के लिए… आटा मिल मालिक द्वारा गेहूँ का प्रयोग मध्यवर्ती उपभोक्ता intermediate consumer का एक उदारहण है।
✔️अंतिम उपभोक्ता Final consumer, जब कोई व्यक्ति अपनी आवश्यकता की पूर्ति हेतु, किसी वस्तु का क्रय करता है और फिर उपभोग करता है, वह अंतिम उपभोक्ता final Consumer कहा जाता है। एक गृह स्वामी द्वारा गेहूँ का कर्य करके प्रयोग करना अंतिम उपभोक्ता का उदाहरण है।
2 समय के आधार पर (on the Basis of time)
✔️वर्तमान उपभोक्ता present consumer,, जब कोई व्यक्ति उत्पादन या अपनी आय का उपभोग वर्तमान समय मे वर्तमान आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु करता है, वह वर्तमान उपभोक्ता present consumer कहा जाता है।
✔️भावी उपभोक्ता Future Consumer, व्यक्ती अपनी आय का सम्पूर्ण भाग वर्तमान समय में ही उपयोग नहीं करता है। वह एक भाग को भविष्य के लिए बचा लेता है। और फिर भविष्य में उसका उपभोग करने वाला भावी उपभोक्ता future consumer कहा जाता है।
उदाहरण के लिए.. यदि कोई व्यक्ति अपनी आय को बच्चों की शिक्षा के लिए बचाता है तो वह भावी उपभोक्ता future consumer कहें जाएंगे।
3 आधार पर on the basis of location
✔️ नगरीय उपभोक्ता Rural Consumer, नगरीय क्षेत्र में रहकर कर उपभोग करने वाले व्यक्ति को नगरीय या शहरी उपभोक्ता urban or City consumer कहा जाता है। नगरीय उपभोक्ता ज्यादातर न्यू उत्पादन एवं फैशन प्रधान वास्तु का उपयोग करते हैं।
ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाला व्यक्ति जब उपभोग करते हैं तो उन्हें ग्रामीण उपभोक्ता rural Consumer कहा जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों के उपभोक्ता न्यू उत्पाद एवं फैशन प्रधान वस्तु का उपयोग देर से करते हैं। \
4 आय के आधार पर उपभोक्ता Consumer based on income
✔️निम्न आय वर्गीय उपभोक्ता poor Consumer, निम्न आय या निर्धन व्यक्तियों द्वारा जब उपभोग किया जाता है तो उन्हें निम्न आय वर्गीय उपभोक्ता या निर्धन Poor Consumer कहा जाता है। इस प्रकार के उपभोक्ता द्वारा सस्ते एवं आवश्यक वाली वस्तुओं का ही उपभोग किया जाता है।
उदाहरण के लिए.. रेल्वे के जेनरल बोगी मे प्रायः निर्धन लोगों द्वारा यात्रा की जाती है। इसी प्रकार मोटा चावल या अन्य ऐसी ही वस्तु इस वर्ग के द्वारा प्रयुक्त की जाती है।
✔️ मध्यम आय वर्गीय उपभोक्ता Middle income group consumer – मध्यम आय वर्गीय लोगों द्वारा उपभोग किए जाने पर उन्हें मध्यम आय वर्गीय उपभोक्ता Middle income group consumer कहा जाता है।बजार मे इस वर्ग के उपभोग ढाँचे का विशेष प्रभाव पड़ता है.
✔️ उच्च आय वर्गीय उपभोक्ता High income group consumer –
उच्च आय वर्ग या धनी लोगों द्वारा उपभोग करने पर उन्हें धनी उपभोक्ता Rich Consumer कहा जाता है। इस वर्ग के उपभोक्ता भारत जैसे अल्पविकसित देशों में प्रतिशत मे कम होते हैं।
उदहारण के लिए.. श्रेष्ठ चावल का उपभोग, एयर कंडीशन रेल श्रेणी मे यात्रा करना उच्च वर्गीय Consumer का उदहारण है।
5 शिक्षा के आधार पर on the basis of education
✔️शिक्षित उपभोक्ता educated consumer-जब उपभोक्ता शिक्षित एवं साक्षर होता है तो उन्हें शिक्षित उपभोक्ता Educated Consumer कहा जाता है। शिक्षित उपभोक्ता आम तौर पर माप तौल पर ज्यादा ध्यान देते है।
✔️अशिक्षित उपभोक्ता Uneducated consumer – जब उपभोग करने वाला व्यक्ती पढ़ा लिखा न हो तो उन्हें अशिक्षित उपभोक्ता कहा जाता है। ऐसे उपभोक्ता के पढ़े लिखे न होने के कारण माप, तौल, मूल्य, तिथि आदि पढ़ने मे असमर्थ होते हैं।
6 लिंग के आधार पर on the basis of sex
✔️महिला उपभोक्ता Female Consumer – किसी महिला द्वारा उपभोग करने पर उसे महिला उपभोक्ता Female Consumer कहा जाता है। इस वर्ग के उपभोक्ता की मांग की जाने वाली वस्तुए अलग होती है। सौंदर्य के लिए महिलाओं के योग्य पहनावा आदि वस्तुए महिला उपभोक्ता Female Consumer द्वारा उपभोग मे लाई जाती है।
उपभोग की परिभाषाएं meaning of consumption in Hindi
✔️पुरुष उपभोक्ता Male Consumer – किसी पुरुष द्वारा विशिष्ट वास्तुओ के उपभोग करने पर उसे पुरुष उपभोक्ता कहा जाता है। कुछ वस्तुए पुरुष के लिए विशिष्ट होती है। जैसे सेविंग का समान पुरुषों के लिए विशेषीकृत होती है।
7 आयु के आधार पर on the basis of age
✔️बाल उपभोक्ता child Consumer – बालकों की अपनी आवश्यकताये कुछ अलग होती है। अनेक समान बालकों के उपयोग के होते हैं। इनके उपयोग करने वालो को बाल उपभोक्ता child Consumer कहा जाता है। जैसे खिलौना, दूध की बोतल आदि का उपभोग बाल उपभोक्ता child Consumer द्वारा किया जाता है।
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