हैलो दोस्तों आज के इस आर्टिकल मे हम सब जानकारी प्राप्त करेंगे कि कम्प्यूटर को हिन्दी में क्या कहते है? इसके अलावा कम्प्यूटर से जुड़े अनेकों प्रकार की जानकारी जिसे आप अभी तक नहीं जानते होंगे जिन्हे इस पोस्ट में हासिल करेंगे। यदि आप इस पोस्ट को सुरु से अंत तक पढ़ते है तो एक्जाम में बहुत ज्यादा लाभ मिलेगा। तो आइये जानते हैं कि computer ko hindi mein kya kahate hain
दोस्तों आपको पता होना चाहिए कि कंप्यूटर को हिंदी में “संगणक” कहा जाता है। “संगणक” शब्द का उल्लेख विशेष रूप से हिंदी भाषा में किया जाता है। संगणक एक उपकरण होता है जो डेटा को विभिन्न प्रकार से संसाधित करता है और उसे संग्रहीत करता है। यह एक ऐसा उपकरण होता है जिसका उपयोग संख्यात्मक, तार्किक, वैज्ञानिक और अन्य विषयों में तथा विभिन्न कार्यों में किया जाता है।
संगणक एक मशीन होता है जो डेटा को प्रोसेस करता है और उसे अधिक संगठित और उपयोगी रूप में बदलता है। आजकल संगणक आमतौर पर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के रूप में उपलब्ध होते हैं, जो कंप्यूटर प्रोसेसिंग के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए होते हैं।
संगणक उपकरणों का उपयोग विभिन्न विषयों में किया जाता है, जैसे कि विज्ञान Since , अभियांत्रिकी Engineering औद्योगिक industrial बैंकिंग Banking , मार्केटिंग Marketing वित्त और स्वास्थ्य Hospitality सेवाएं । संगणक उपकरणों का उपयोग आजकल दुनिया भर में स्कूलों, कॉलेजों, औद्योगिक इकाइयों, सरकारी संस्थाओं औ कृषि क्षेत्र में भी जोरदार तरीके से किया जा रहा है।
कंप्यूटर एक अंग्रेजी शब्द है जो बहुत ज्यादा प्रचालित है। जिसका प्रयोग दुनिया के हर देश में किया जाता है, चाहे वहां के बोलने की भाषा कोई भी हो।
अभी हम सब जानकारी प्राप्त कर रहे थे कि
computer ko hindi mein kya kahate hain , कम्प्यूटर को हिन्दी में क्या कहते हैं।
कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक यंत्र होता है जो डेटा को संग्रहित storage करता है, उसे संशोधित करता है और उससे जुड़ी गतिविधियों को नियंत्रित Control करता है। कंप्यूटर कुछ मुख्य अंगों से मिलकर बना होता है: कंप्यूटर का बेसिक नॉलेज
computer ke kitne part hote hai
कंप्यूटर के मुख्य रूप से दो ही पार्ट होते है
1 सॉफ्टवेयर Software
2 हार्डवेयर Hardware
यदि डिटेल्स से क्म्प्यूटर पार्ट्स के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे तो अनेकों parts के बारे में पढ़ने को मिलता है। नीचे वाले लाइन मे डिटेल्स से बताया गया है कि computer के main parts कौन कौन सा होता है।
Hardware हार्डवेयर: यह कंप्यूटर की उपस्थिति का शारीरिक हिस्सा होता है जिसमें कंप्यूटर के सभी उपकरण और इलेक्ट्रॉनिक संबंधित घटक होते हैं। उदाहरण के लिए, प्रोसेसर, मेमोरी, हार्ड ड्राइव, माउस, कीबोर्ड, स्क्रीन, स्पीकर, एक्सटर्नल उपकरण जैसे प्रिंटर, स्कैनर और कैमरा शामिल होते हैं।
Software सॉफ्टवेयर: यह कंप्यूटर मशीन को निर्देश देता है कि वह क्या करेगा और कैसे करेगा। सॉफ्टवेयर तीन प्रकार के होते हैं: सिस्टम सॉफ्टवेयर, एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर और उपयोगिता सॉफ्टवेयर। सिस्टम सॉफ्टवेयर कंप्यूटर को चलाने और संचालित करने में मदद करते हैं, जबकि एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर उपयोगकर्ताओं को अलग-अलग काम करने में मदद करता है।
Main Parts Of Computer in Hindi
आपको बताने के लिए और डिटेल्स में, कंप्यूटर के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य हैं: जो कम्प्यूटर का महत्वपूर्ण भाग होता है। जिस प्रकार मानव का अंग होता है ठीक उसी प्रकार से कम्प्यूटर मे भी अंग होता है। लेकिन हमारे जैसे नहीं होता है यह अलग होता है।
Input Device इनपुट डिवाइस: कंप्यूटर को आपके द्वारा दी गई जानकारी को प्राप्त करने के लिए इनपुट डिवाइस की जरूरत होती है। इनपुट डिवाइस उपयोगकर्ता द्वारा डाली गई जानकारी को कंप्यूटर में प्रवेश करते हैं। उदाहरण के लिए, कीबोर्ड, माउस, टचस्क्रीन, माइक्रोफ़ोन और स्कैनर इनपुट डिवाइस की उदाहरण हैं।
Out put Device आउट पुट डिवाइस: कम्प्यूटर द्वारा किए गए प्रोसेसिंग को Output device पर मिलता है।यानी क्म्प्यूटर पर जब हम किसी भी प्रकार के काम करते है उन सारे कार्यो को output device पर जानकारी मिलता है। जैसे मॉनीटर, Moniter, प्रिंटर printer, Speaker स्पीकर इत्यादि ये सारे कम्प्यूटर का output devices है ।
Proseccer प्रोसेसर: प्रोसेसर कंप्यूटर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। यह कंप्यूटर के भिन्न-भिन्न कार्यों को नियंत्रित करता है और इनपुट डेटा को प्रोसेस करता है। प्रोसेसर दो अंशों पर आधारित होता है: कंप्यूटर में लोड होने वाले कार्यों की गति और प्रोसेसर में मौजूद बिट की मात्रा।
Memory मेमोरी: मेमोरी कंप्यूटर में उपलब्ध स्थायी संग्रहण स्थान होता है। जब आप कंप्यूटर के उपयोग से कोई जानकारी डालते हैं, तो यह मेमोरी में संग्रहित storage होती है
Storage स्टोरेज: स्टोरेज कंप्यूटर में उपलब्ध स्थायी संग्रहण स्थान होता है जहां आप अपनी जानकारी और फ़ाइलें संग्रहित archived कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, हार्ड ड्राइव Hard Drive और सॉलिड स्टेट ड्राइव स्टोरेज SSD की उदाहरण हैं।
Opereting ऑपरेटिंग सिस्टम: ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर के लिए सॉफ्टवेयर की तरह होता है जो कंप्यूटर की निर्देशक शक्ति को नियंत्रित करता है। ऑपरेटिंग सिस्टम आपको कंप्यूटर का उपयोग करने में मदद करता है और सभी सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर संचालित करता है।
Networking नेटवर्किंग: नेटवर्किंग कंप्यूटर की जानकारी को अन्य कंप्यूटरों या इंटरनेट के माध्य से शेयर करने की क्षमता होती है। यह उपयोगकर्ताओं को इंटरनेट, ईमेल, फ़ाइल साझा करने और अन्य संचार के लिए जुड़ने में मदद करता है।
Security सिक्योरिटी: सिक्योरिटी कंप्यूटर सुरक्षित बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली तकनीक होती है। यह उपयोगकर्ताओं की जानकारी को संरक्षित रखता है और कंप्यूटर वायरस, मैलवेयर, फ़िशिंग, फ़्रॉड और अन्य संदेहजनक कार्यों से सुरक्षित रखता है।
Application एप्लीकेशन: एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का एक विशेष प्रकार है जो उपयोगकर्ता की विशेष आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया होता है। उदाहरण के लिए, विंडोज मीडिया प्लेयर, Lp माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस, फ़ोटोशॉप और अन्य एप्लीकेशन हैं।
Programing language प्रोग्रामिंग भाषाएं: प्रोग्रामिंग भाषाएं कंप्यूटर सॉफ्टवेयर बनाने और विभिन्न कार्यों को संचालित करने के लिए उपयोग की जाती हैं। उदाहरण के लिए, C++, Java, Python, HTML और CSS प्रोग्रामिंग भाषाए
Computer language कंप्यूटर नेटवर्क: कंप्यूटर नेटवर्क एक तरह का संचार जाल होता है जो कई कंप्यूटरों को आपस में जोड़ता है। यह उपयोगकर्ताओं को इंटरनेट और दूरस्थ संचार से जोड़ता है।
कंप्यूटर अभिकल्प: कंप्यूटर अभिकल्प एक विशेष प्रकार का सॉफ्टवेयर है जो मानव भाषा में लिखे गए निर्देशों को कंप्यूटर को समझने में मदद करता है। उदाहरण के लिए, जब आप कंप्यूटर पर कुछ टेक्स्ट टाइप करते हैं, तो उसे आपके लिए पढ़ने और समझने के लिए कंप्यूटर अभिकल्प का उपयोग किया जाता है।
Computer Visuals कंप्यूटर विज़ुअलाइजेशन: कंप्यूटर विज़ुअलाइजेशन एक विशेष प्रकार का सॉफ्टवेयर होता है जो उपयोगकर्ताओं को दृश्य रूप में जानकारी प्रदान करता है। उदाहरण के लिए, एक कंप्यूटर ग्राफिक्स सॉफ्टवेयर के माध्यम से एक उत्कृष्ट तस्वीर बनाने में मदद कर सकता है।
Deta bes डेटाबेस: डेटाबेस एक संग्रह होता है जो संगठित रूप में डेटा को संग्रहित करता है और उसे संशोधित और अद्यतन रखने की अनुमति देता है। यह व्यवसाय, संगठन और सरकारी संगठनों में उपयोग किया जाता है। उदाहरण के लिए, एक बैंक एक डेटाबेस में अपने ग्राहकों के विवरण संग्रहित करता है जो उसे अद्यतन और संशोधित करने की अनुमति देता है।
आईओटी (IT): आईटी एक समूह है जो विभिन्न प्रौद्योगिकी संबंधी सेवाओं और उत्पादों को शामिल करता है जो संगठनों और उनके उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध होते हैं। यह संगठनों को उनके कंप्यूटर संबंधी जरूरतों को पूरा करने में मदद करता है।
Cyber security साइबर सुरक्षा: साइबर सुरक्षा एक प्रक्रिया है जो संगठनों और उनके संचार संबंधी जालों को हानि से बचाने के लिए उपयोग किए जाने वाले तकनीकों का उपयोग करती है। यह सुरक्षा के संबंध में डाटा और सिस्टम को संरक्षित रखने के लिए जरूरी है।
computer ka mahatva , कंप्यूटर का महत्त्व
Commercial use वाणिज्यिक उपयोग: कंप्यूटर विज्ञान को वाणिज्य का उपयोग बहुत सारे वाणिज्यिक उद्देश्यों के लिए किया जाता है, जैसे कि बिक्री, वित्तीय लेखांकन, उत्पादन विनिर्माण, संचार, विपणन, वित्तीय विश्लेषण आदि। कंप्यूटर से संबंधित कारोबार के अधिकांश क्षेत्रों में कंप्यूटर और इन्टरनेट का उपयोग किया जाता है। इसके अलावा, कंप्यूटर और उससे जुड़े तकनीकी उत्पाद जैसे कि मोबाइल फोन, लैपटॉप, टैबलेट, स्मार्ट टीवी, सांख्यिकीय विश्लेषण उपकरण, वाणिज्यिक सॉफ्टवेयर आदि भी हैं जो व्यवसायों द्वारा उपयोग किए जाते हैं।
Home use गृह उपयोग: कंप्यूटर का गृह उपयोग बढ़ रहा है। आजकल लोग अपने घरों में कंप्यूटर का उपयोग करते हैं ताकि वे इंटरनेट से जुड़े तथ्यों, मनोरंजन, खेल और अन्य सेवाओं का आनंद ले सकें। इसके अलावा, घरेलू वित्तीय लेखांकन, व्यक्तिगत रिकॉर्ड रखरखाव, व्यक्तिगत संदेश और संपर्क जैसे कार्यों के लिए भी भारी महत्व रखता है।
कंप्यूटर का उपयोग शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में भी किया जाता है। शिक्षा के क्षेत्र में, कंप्यूटर से संबंधित अध्ययन, ऑनलाइन पाठ्यक्रम, ऑनलाइन परीक्षा, डिजिटल लाइब्रेरी और अन्य संसाधन उपलब्ध हैं। इसके अलावा, शोध के क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग विभिन्न तकनीकी प्रगति के लिए भी किया जाता है। आखिर में, कंप्यूटर के उपयोग से समाज में भी बदलाव आया है। आजकल, समाज में व्यवसायों, संगठनों, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में कंप्यूटर और इंटरनेट के बिना कोई काम नहीं होता है। संचार के क्षेत्र में भी कंप्यूटर और इंटरनेट के उपयोग से लोग दूरस्थ स्थानों से संपर्क बनाए रख सकते हैं। कंप्यूटर तकनीकी प्रगति का महत्वपूर्ण उपकरण है जो आज की दुनिया में बहुत महत्वपूर्ण है।
कंप्यूटर और इंटरनेट के उपयोग से आज के समय में व्यवसाय, वित्त, संचार, संगठन और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में बहुत सारे नए उद्योग बन गए हैं। लोगों के आवश्यकताओं के अनुसार वे अपने व्यवसाय के लिए अलग-अलग सॉफ्टवेयर, एप्लीकेशन और टूल उपयोग करते हैं।
कंप्यूटर के उपयोग से लोगों की निजी जीवन में भी बहुत सारे बदलाव आए हैं। आजकल, लोग इंटरनेट के माध्यम से अपने बैंक खाते का सेवन करते हैं, ई-शॉपिंग करते हैं, सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं, वीडियो कॉलिंग करते हैं और अन्य बहुत सारे ऑनलाइन सेवाएं उपलब्ध कराते हैं।
अंततः, कंप्यूटर और इंटरनेट ने संसार को एक ग्लोबल सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक गतिविधि का माध्यम दिया है। इसके माध्यम से लोग अन्य देशों के साथ संवाद बनाते हैं, विदेशों में काम करते हैं और विदेशी संस्कृतियों के बारे में जानते हैं। कंप्यूटर तकनीकी प्रगति का एवर्तमान समय में कंप्यूटर तकनीकी प्रगति हर दिन बढ़ती जा रही है। इसके साथ ही, बहुत सारी नई तकनीकें भी आ रही हैं, जैसे कि एआई (Artificial Intelligence), मशीन लर्निंग (Machine Learning), डीएनए (DNA) कंप्यूटिंग, ब्लॉकचेन (Blockchain) और क्वांटम कंप्यूटिंग (Quantum Computing)।
एआई और मशीन लर्निंग जैसी तकनीकें आजकल बहुत चर्चा में हैं। ये तकनीकें संगठित डेटा और एल्गोरिथ्म का उपयोग करती हैं जिससे वे स्वयं सीखती हैं और नए डेटा के आधार पर निर्णय लेती हैं। ब्लॉकचेन एक डिस्ट्रीब्यूटेड डेटा बेस मैनेजमेंट सिस्टम है जो डेटा की सुरक्षा के लिए उपयोग किया जाता है। क्वांटम कंप्यूटिंग तकनीक बहुत तेज होती है और बहुत अधिक संभावनाओं के साथ एक समस्या का हल निकालने में सक्षम होती है।
इन नई तकनीकों के साथ, कंप्यूटर तकनीकी में भविष्य में और भी बहुत सारे नए विकासों की उम्मीद हैं। इससे लोगों के जीवन में और भी बदलाव आने की संभावना है। कंप्यूटर तकनीकी के विकास से, विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को बहुत से लाभ मिलते हैं। वे अपने काम को जल्दी और अधिक अस्तुति से पूरा कर सकते हैं। इससे उनके अनुभव का स्तर भी बढ़ जाता है।
व्यवसायों में कंप्यूटर तकनीकी के उपयोग से, कंपनियों के प्रबंधन, वित्त, बजट और लेखा-जोखा आसानी से होता है। यह उनके काम को आसान और अस्तुतिमता से करने में मदद करता है। कंप्यूटर तकनीकी के उपयोग से, समय भी बचाया जाता है और वे दूसरे कामों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
साथ ही, कंप्यूटर तकनीकी से स्वास्थ्य सेवाएं भी बेहतर होती जा रही हैं। डिजिटल विवरण पेशेवरों को अपने मरीजों के लेखागृह को बेहतर ढंग से निर्वाह करने में मदद करता है। कंप्यूटर तकनीकी से निर्मित इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज जैसे नियंत्रण यंत्र, प्रतिरोधक यंत्र और स्वस्थ जीवन संरक्षक उपकरण आज के दौर में बहुत महत्वपूर्ण हैं।
कप्यूटर तकनीकी के उपयोग से शिक्षा क्षेत्र में भी बदलाव हुआ है। इंटरनेट की मदद से, विद्यार्थी अब ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं और वे किसी भी भाग दुनिया में स्थित होते हुए अपनी शिक्षा के लिए उपलब्ध हैं।
कंप्यूटर तकनीकी के उपयोग से, संचार के क्षेत्र में भी बहुत से बदलाव हुए हैं। इंटरनेट और विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म की मदद से, लोग अपनी बातचीत व्यवस्था में बदलाव कर सकते हैं। अब लोग वीडियो कॉल के माध्यम से दूसरे लोगों से बातचीत कर सकते हैं और इससे उनकी जगह जाने की जरूरत नहीं होती है।
इन सभी क्षेत्रों में, कंप्यूटर तकनीकी के उपयोग से अधिकतर काम सुगम और अधिक अस्तुति से किए जा सकते हैं। यह उत्पादकता को बढ़ाता है और समय भी बचाता है। इसके साथ ही, कंप्यूटर तकनीकी से सुरक्षित विवरण भी संभव होते हैं जो अन्य माध्यमों से इतना अधिक नहीं होते हैं।
Computers ka ful form
“COMPUTER” ka full form होता है – “Common, Operating, Machine, Purposely, Used for Technological and Educational, Research”.
Computer ka इतिहास
कंप्यूटर का इतिहास बहुत पुराना है। लेकिन आधुनिक कंप्यूटर का विकास 20वीं सदी में हुआ था। कंप्यूटर का जन्म अमेरिका में हुआ था जो अब आधुनिक डेटा प्रोसेसिंग के लिए एक महत्वपूर्ण साधन है। आइए कंप्यूटर के विकास की कुछ महत्वपूर्ण तिथियों के बारे में जानते हैं।
- 1837: चार्ल्स बैबेज ने “Analytical Engine” नामक यंत्र का विकास किया था। यह यंत्र आधुनिक कंप्यूटर की शुरुआत माना जाता है।
- 1930: गर्मनी में कंप्यूटर के लिए आधारभूत तकनीक विकसित की गई।
- 1936: एलन ट्यूरिंग ने ट्यूरिंग मशीन का विकास किया जो आधुनिक कंप्यूटर की बुनियाद रखता है।
- 1941: कंप्यूटर का प्रथम विकसित उपकरण “Konrad Zuse’s Z3” बनाया गया था।
- 1945: जॉन वोन न्यूमैन ने ENIAC नामक प्रथम इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर का निर्माण किया।
- 1951: UNIVAC I नामक पहला वास्तविक उपकरण विकसित किया गया था।
- 1960: डेटा प्रोसेसिंग की प्रक्रिया में टाइपराइटर
- 1971: इंटेल कंपनी ने पहला माइक्रोप्रोसेसर “Intel 4004” बनाया जो पहली बार एक चिप में CPU और रेम मेमोरी को एक साथ मिलाकर एक्सेस करने की क्षमता रखता था।
- 1976: स्टीव जॉब्स और स्टीव वोजनियाक ने Apple Computer कंपनी की स्थापना की।
- 1981: IBM PC लॉन्च हुआ जो बाद में कंप्यूटर इंडस्ट्री के लिए एक मानक बन गया।
- 1984: Apple Macintosh का लॉन्च हुआ जो एक उच्च गुणवत्ता वाला प्रोफेशनल कंप्यूटर था।
- 1990: टिम बर्नर्स ने इंटरनेट के लिए टिम बर्नर्स वर्ल्ड वाइड वेब का संचालन किया।
- 1998: गूगल कंपनी का स्थापना किया गया जो बाद में इंटरनेट सर्च इंजन बन गया।
- 2007: एप्पल ने iPhone लॉन्च किया जो मल्टीटच स्क्रीन, ऑनस्क्रीन कीबोर्ड, स्लाइडर बटन और एप्पल के अन्य उत्पादों के साथ संगत था।
2010: एप्पल ने iPad लॉन्च किया जो टैबलेट कंप्यूटर के लिए नया मानक बन गया।
ये थीं कुछ महत्वपूर्ण तिथियां जो कंप्यूटर के विकास की इतिहास को दर्शाती हैं।
हैलो दोस्तों आज हम सब ने जाना कि computer ko hindi mein kya kahate hain तथा इससे जुड़े और भी महत्वपूर्ण जानकारियां, जो हमारे लिए बहुत ज्यादा जरूरी हो जाता है। एक्जाम को लेकर उन सारे सवालों को आज के इस पोस्ट में डिटेल्स से चर्चा किए। आप को यह पोस्ट कैसे लगा comment करके हमे जरूर बताये। ऐसे ही पोस्ट पढ़ने के लिए आप हमारे पेज पर विजिट कारें। धन्यवाद