कंप्यूटर हार्डवेयर नेटवर्किंग उन विभिन्न प्रकार के कंप्यूटर और अन्य संचार उपकरणों को एक नेटवर्क में जोड़ने की प्रक्रिया है। नेटवर्क Mechanism में, एक से अधिक कंप्यूटर, सर्वर, प्रिंटर, स्विच, राउटर और अन्य प्रकार के संचार उपकरणों को जोड़ा जाता है ताकि वे एक दूसरे से कनेक्शन कर सके और जानकारी को साझा कर सकें।
कंप्यूटर हार्डवेयर नेटवर्किंग में, एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर तक जानकारी को संचारित करने के लिए विभिन्न प्रकार के केबल और अन्य उपकरणों का उपयोग किया जाता है। ये केबल LAN केबल, WAN केबल, राउटर, स्विच, रीपीटर, मोडम आदि हो सकते हैं। इन उपकरणों के माध्यम से, एक कंप्यूटर अन्य कंप्यूटर या सर्वर से संचार कर सकता है, जिससे वे जानकारी आदान प्रदान कर सकते हैं और एक दूसरे से जुड़ सकते हैं।
इतना आप सभी को समझ मे आ गया होगा कि Computer Hardware and Networking in Hindi क्या होता है।
कंप्यूटर हार्डवेयर नेटवर्किंग में बहुत से तरीके हो सकते हैं जैसे पीईएन (प्राइवेट ईथरनेट नेटवर्क), इंटरनेट, वाई फाई,
कार्ड-बेस्ड नेटवर्क, जिसमें नेटवर्क कार्ड का उपयोग किया जाता है जो एक कंप्यूटर में स्थापित होता है और उसे नेटवर्क से जोड़ता है। एक और उदाहरण होता है फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क, जो ज्यादा दूरी तक गति को प्रदान करता है। इसमें फाइबर ऑप्टिक केबल का उपयोग किया जाता है जो दो स्थानों के बीच संचार करने के लिए उपयोग किया जाता है।
इसके अलावा, कंप्यूटर हार्डवेयर नेटवर्किंग में विभिन्न प्रकार के प्रोटोकॉल भी होते हैं जैसे TCP/IP, HTTP, FTP और SMTP जो इंटरनेट और वेब ब्राउज़िंग के लिए उपयोग किए जाते हैं।
समग्रतः कंप्यूटर हार्डवेयर नेटवर्किंग एक महत्वपूर्ण विषय है जो कंप्यूटर साइंस के क्षेत्र में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।कंप्यूटर हार्डवेयर नेटवर्किंग के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपकरण हैं जो नेटवर्क के विभिन्न तत्वों को जोड़ने में मदद करते हैं।
ये उपकरण निम्नलिखित हैं:-
स्विच: स्विच नेटवर्क में डेटा पैकेट को forward करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। ये एक नेटवर्क के विभिन्न element को जोड़ने में मदद करते हैं और डेटा पैकेट को सही दिशा में भेजने के लिए डेटा नेटवर्क को परिचालन करता हैं।
राउटर: राउटर नेटवर्क में data packet को एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क में भेजने के लिए उपयोग किए जाते हैं। ये नेटवर्क officials के बीच संचार करते हैं और इंटरनेट कनेक्शन भी प्रदान करते हैं।
मोडेम: मोडेम नेटवर्क के बाहरी डेटा संचालन करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। ये इंटरनेट या commercial लाइन के माध्यम से डेटा को भेजने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
केबल: केबल नेटवर्क elements को जोड़ने के लिए उपयोग किए जाते ह
नेटवर्क कार्ड: नेटवर्क कार्ड कंप्यूटर सिस्टम में लगाया जाता है ताकि उसे नेटवर्क से जोड़ा जा सके। ये कार्ड Deta Packet को नेटवर्क पर भेजने और प्राप्त करने में मदद करते हैं।
फायरवॉल: फायरवॉल नेटवर्क सुरक्षा के लिए उपयोग किया जाता है। ये नेटवर्क सुरक्षा के लिए recommended नियमों के अनुसार ट्राफिक को फ़िल्टर करते हैं और निर्दिष्ट विशेषताओं के आधार पर अनुमति देते हैं कि डेटा send करना है या नहीं नहीं।
सर्वर: सर्वर नेटवर्क के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है। ये विभिन्न प्रकार के नेटवर्क का केंद्र होते हैं जो विभिन्न कंप्यूटरों को एक साथ जोड़ते हैं और उनके बीच संचार करते हैं।
कंप्यूटर: कंप्यूटर नेटवर्क का मूल उपकरण होता है। भिन्न नेटवर्क में एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर तक डेटा को सेंड किया जाता है जो नेटवर्क के विभिन्न विभागों के माध्यम से होता है।
ये उपकरण एक सफल और सुचारू नेटवर्क के लिए आवश्यक होते हैं।
Computer Hardware and Networking in Hindi
LAN केबल क्या होता है
LAN केबल एक नेटवर्क केबल होता है जो लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) में कंप्यूटर, मॉडम, राउटर और स्विच जैसे उपकरणों को जोड़ने के लिए उपयोग किया जाता है। LAN केबल डेटा के संचार को समर्थन करने के लिए डिजाइन किया गया होता है।
LAN केबल कई प्रकार के होते हैं, जिनमें शामिल हैं:-
एथरनेट केबल: एथरनेट केबल सबसे आम लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) केबल है और इंटरनेट से संचार करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह twisted pair cable का एक प्रकार होता है और अधिकतर स्थानों पर इस्तेमाल किया जाता है।
कोएक्सियल केबल: कोएक्सियल केबल भी लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) में उपयोग किया जाने वाला केबल है। यह डिजाइन कोएक्सियल वायर से बना होता है जो एक नायलॉन जैकेट में चढ़ा होता है।
फाइबर ऑप्टिक केबल भी एक LAN केबल होता है जो इंटरनेट से संचार करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह केबल फाइबर ऑप्टिक तार के दो उपकरणों में डेटा के संचार के लिए उपयोग किया जाता है। इसमें तेज रफ्तार और ऊँची दर से संचार की तकनीकों का उपयोग किया जाता है जो अन्य लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) केबलों से अधिक निश्चित होती है।
लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) केबल को अक्सर डाटा ट्रांसमिशन लाइन (DTL) भी कहा जाता है। ये केबल RJ-45 या RJ-11 कनेक्टर के साथ आते हैं, जो कंप्यूटर, स्विच या मॉडम से जुड़े होते हैं।
LAN केबल आमतौर पर twisted pair cable या कोएक्सियल केबल का उपयोग करते हुए बनाए जाते हैं। इन केबलों को ट्विस्ट किया जाता है ताकि वे इलेक्ट्रॉमैग्नेटिक इंटरफ़ेरेंस से प्रतिरोधी हों और शोर से मुक्त हों।
ये केबलों के प्रकार अपने-अपने कार्यो के उद्देश्यों और लागत के आधार पर चयनित किए जाते हैं।
LAN केबल के प्रकार विभिन्न होते हैं। कुछ प्रमुख LAN केबल के प्रकार:
producer: यह केबल अपने नाम के आधार पर बनाया जाता है जो केवल एक स्थान से दूसरे स्थान तक कनेक्टिविटी के लिए उपयोग किया जाता है।
ट्विस्ट्ड पेयर केबल (UTP): यह केबल बहुत ज्यादा प्रचलित है और कम कीमत में उपलब्ध हो जाता है। इसमें दो विभिन्न धातु तारों को ट्विस्ट किया जाता है जो इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंटरफ़ेरेंस से बचाते हैं। UTP केबल बहुत से लोगों द्वारा इंटरनेट कनेक्शन के लिए उपयोग किया जाता है।
फोटो एक्टिव केबल (Fiber Optic Cable): यह केबल बहुत ही तेज डेटा ट्रांसमिशन करता है और उच्च ताकत के साथ लंबे दूरी तक संचार करने की क्षमता होती है। इसमें एक शीशी की तरह की आधार पर बने फाइबर बनाये जाते हैं, जो उल्टे-सीधे प्रकार से डेटा को ट्रांसमिट करते हैं। इसे अपने मूल्य के कारण अक्सर बड़े बड़े संचार के लिए उपयोग नहीं किया जाता है।
कोए केबल (Coaxial Cable): यह केबल दो विभिन्न धातु तारों के बीच एक दोहरा layout होता है जो इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंटरफ़ेरेंस से बचाता है। यह टीवी केबल या केबल इंटरनेट कनेक्शन के रूप में उपयोग किया जाता है।
थिननेट (Thinnet) केबल: इसका उपयोग बहुत कम होता है, लेकिन इसके बावजूद भी यह अन्य केबल से थोड़ा पतला होता है।
थिकनेट (Thicknet) केबल: इसका उपयोग नाइटवर्क टॉपोलॉजी में किया जाता है और यह बहुत ही ज्यादा दूरी तक संचार करने की क्षमता होती है। यह केबल UTP या Coaxial केबल से बहुत ज्यादा मोटा होता है।
यह सभी LAN केबल ट्रांसमिशन टेक्नोलॉजी में उनके व्यवहार के आधार पर उपयोग किए जाते हैं।
WAN केबल क्या होता है?
WAN का full form वाइड एरिया नेटवर्क होता है। यह एक बड़े क्षेत्र को कवर करने वाला एक नेटवर्क होता है जो कि एक से अधिक लोकल एरिया नेटवर्क (LANs) और मैट्रोपोलिटन एरिया नेटवर्क (MANs) को जोड़ता है।
WAN के माध्यम से, दो या अधिक Distant वाले नेटवर्कों को एक साथ जोड़ा जाता है ताकि वे संचार कर सकें। WAN आमतौर पर एक इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर (ISP) के माध्यम से जुड़ा होता है जो दूरी वाले नेटवर्कों के लिए संचार सेवाएं प्रदान करता है।
यह Distant नेटवर्क विशेषताओं को प्रदान करता है, जैसे कि विस्तार, बढ़ती संचार की गति, संचार तंत्र की सुरक्षा और लागत की कमी। WAN के उदाहरणों में इंटरनेट, वाईफ़ाई हॉटस्पॉट, लेवल 3 स्विच, राउटर आदि शामिल होते हैं।
WAN के उपयोग कुछ विशेष उद्देश्यों के लिए होते हैं, जैसे:
दूरी वाले स्थानों में कार्य करना: विभिन्न शाखाएं या कार्यालयों के बीच कम्यूनिकेशन करने के लिए WAN का उपयोग किया जाता है। इसके माध्यम से दूरस्थ स्थानों में स्थापित कंपनियों के लोग एक दूसरे से आसानी से संचार कर सकते हैं।
संचार की गति: WAN एक बहुत विस्तृत क्षेत्र को कवर करता है, जो कि संचार की गति को बढ़ाता है। इसके माध्यम से लोग वेबसाइटों तक आसानी से पहुंच सकते हैं और दूसरों को ऑनलाइन संदेश भेज सकते हैं।
सुरक्षा: WAN के लिए संचार लाइनें एन्क्रिप्टेड होती हैं, जो कि संचार की सुरक्षा को बढ़ाता है। WAN के लिए विशेष सुरक्षा तंत्र भी होते हैं जो बिना अनुमती दिए किसी भी अनधिकृत उपयोग से संचार को रोक सकते हैं।
कम लागत: WAN के उपयोग से बढ़ती संचार की गति के साथ-साथ लागत में भी कमी होती है। कंपनियों के लिए यह अपनी संचार लागत को कम करने में मदद करता हैं।
नेटवर्क इंजीनियर कैसे बने?
नेटवर्क इंजीनियर बनने के लिए निम्नलिखित कदमों का पालन करना होता है।
शैक्षिक योग्यता: नेटवर्क इंजीनियर बनने के लिए शैक्षिक योग्यता होना आवश्यक है। इसके लिए आपको कंप्यूटर इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, या टेलीकम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग जैसी शैक्षिक योग्यता होनी चाहिए।
प्रशिक्षण या कोर्स: नेटवर्क इंजीनियर बनने के लिए आपको एक संबंधित प्रशिक्षण या कोर्स करना होता हैं। आपको कंप्यूटर नेटवर्किंग, सिस्टम एडमिनिस्ट्रेशन system administration, साइबर सुरक्षा या अन्य इससे संबंधित विषयों पर ध्यान केंद्रित कोर्स करना होता हैं।
प्रैक्टिकल अनुभव: नेटवर्क इंजीनियरिंग फील्ड में प्रैक्टिकल अनुभव बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसलिए अपनी शैक्षिक योग्यता के साथ, आपको प्रैक्टिकल अनुभव ज्यादा से ज्यादा प्राप्त करना चाहिए।
प्रमाणीकरण: कुछ नेटवर्क इंजीनियरिंग certification प्राप्त करना आवश्यक हो सकता है। CCNA (Cisco Certified Network Associate) और CCNP (Cisco Certified Network Professional) जैसे certification आपको नेटवर्क इंजीनियरिंग में एक पेशेवर बनने के लिए मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, CompTIA Network+, MCSA: Windows Server और RHCE (Red Hat Certified Engineer) जैसे अन्य certification भी उपलब्ध हैं। इनमें से किसी भी certification का कोर्स करना होता है।
अनुभव का विस्तार: नेटवर्क इंजीनियरिंग क्षेत्र में आपका अनुभव बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए, जब आप अपनी कैरियर शुरू करते हैं, तो आपको नौकरी में नई नई तकनीकों के साथ अपना अनुभव विस्तारित करना चाहिए। विभिन्न प्रकार के उपकरणो को समझना और उसके बारे में जानकारी प्राप्त करते रहना चाहिए।
नौकरी खोज: अपनी शैक्षिक योग्यता, प्रशिक्षण, certification और अनुभव के साथ, आप नौकरी खोज सकते हैं। आप अपने स्वयं के नेटवर्क certification के माध्यम से नौकरी खोज सकते हैं या आप संगठनों की वेबसाइटों पर उपलब्ध पद रिक्तियों के लिए देख सकते हैं।
आगे बढ़ें: नेटवर्क इंजीनियरिंग में आपको नए नए तकनीकी परिवर्तनों के साथ अपने अनुभव को विस्तारित करना चाहिए। आप नियमित रूप से नए टेक्नोलॉजी और अद्यतनों को समझने के लिए विभिन्न प्रशिक्षण और सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकते हैं। आप संबंधित वेबसाइटों, पुस्तकालयों, ब्लॉग और पोडकास्ट के माध्यम से नई तकनीकों को सीख सकते हैं। आप नियमित रूप से नेटवर्क इंजीनियरिंग से संबंधित ब्लॉग या सोशल मीडिया से अपडेट लेना भी चाहिए।
अधिक से अधिक अनुभव और प्रशिक्षण के साथ, आप नेटवर्क इंजीनियरिंग में अधिक उन्नत और स्थायी रूप से कैरियर बना सकते हैं।
कंप्यूटर हार्डवेयर कैसे सीखे ?
कंप्यूटर हार्डवेयर को सीखने के लिए आप निम्नलिखित कदमों का पालन कर सकते हैं:
बुनियादी जानकारी हासिल करें: कंप्यूटर हार्डवेयर सीखने के लिए आपको (Computer Hardware and Networking in Hindi) कंप्यूटर के बेसिक जानकारी होनी चाहिए। आपको कंप्यूटर के intarnal parts, जैसे कि मदरबोर्ड, पावर सप्लाई, रैंडम एक्सेस मेमोरी (RAM), स्टोरेज डिवाइस, केबल और कनेक्टर आदि के बारे में जानना आवश्यक होता है।
ऑनलाइन संसाधनों का उपयोग करें: आप नेट पर विभिन्न resources का उपयोग कर सकते हैं, जैसे कि यूट्यूब वीडियो, ब्लॉग और ट्यूटोरियल, जिससे आप हार्डवेयर के बारे में ज्यादा जानकारी प्रदान कर सकते हैं।
बुक्स या पुस्तकालय से सीखें: आप बुक्स या पुस्तकालय से भी संबंधित पुस्तकें खरीद कर हार्डवेयर के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
हार्डवेयर इंजीनियर के साथ काम करें: आप एक हार्डवेयर इंजीनियर के साथ काम करके भी हार्डवेयर के बारे में ज्यादा जानकारी प्राप्त कर सकते हैं
प्रैक्टिकल अनुभव: हार्डवेयर को समझने के लिए,आपको प्रैक्टिकल अनुभव की आवश्यकता होती है। आप एक पुराने कंप्यूटर का उपयोग कर सकते हैं और इसे खोलकर उसके भीतर की पार्ट्स को देखकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
सर्टिफिकेशन पाएं: अगर आपको हार्डवेयर इंजीनियर बनने की चाहत है, तो आप विभिन्न सर्टिफिकेशन प्राप्त कर सकते हैं, जैसे कि A+, N+ आदि। ये सर्टिफिकेशन आपको इस फील्ड में नौकरी के लिए आवेदन करते समय फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
और इससे आपको यह साबित करता हैं कि आप एक हार्डवेयर इंजीनियरि हैं।
ऑनलाइन कोर्स करें: आजकल इंटरनेट पर विभिन्न कोर्स उपलब्ध होते हैं, जिनसे आप हार्डवेयर के बारे में और ज्यादा जान सकते हैं। इन कोर्सों में वीडियो ट्यूटोरियल, ऑनलाइन कक्षाएं, फ़ोरम आदि होते हैं।
प्रैक्टिकल काम करें: हार्डवेयर के बारे में सीखने के बाद, आप प्रैक्टिकल काम करना शुरू कर सकते हैं। आप किसी कंपनी में इंटर्नशिप के रूप में काम कर सकते हैं या खुद को फ्रीलांसर के रूप में बेच सकते हैं।
आज आप ने क्या सीखा ?
आज आप ने सीखा की Computer Hardware and Networking in Hindi क्या होता हैं अतः इसमें कौन कौन सा पार्ट होता है जिसे हमको सीखना पड़ता है एक कुशल इंजीनियर बनने के लिए। आज के पोस्ट आप सभीको जोर पसंद आया होगा। यदि आपके भी कोई सवाल हैं और आप हांसे पूछना चाहते हैं तो आप हमें कॉमेंट