जिस प्रकार मनुष्य किसी भी समस्याओं का सामना कर सकता है या समाधान कर सकता है। उसके बारे में निर्णय ले सकता है ठीक उसी तरह से कंप्यूटर एवं अन्य मशीनों में प्रोगरामिंग परीक्षण के द्वारा कृत्रिम बुद्धि का एक निर्माण किया जाता है। वह मनुष्य की तरह ही अपने आप खुद से ही निर्णय ले सके कठिन से कठिन समस्याओं का समाधान कर सके।
सबसे पहले हम सब यह समझते है की artificial intelligence meaning in hindi क्या होता है? इसका सिंपल सा मेनिंग होता है कृत्रिम होशियार मतलवब मानव द्वारा बनाया गया एक ऐसा मशीन जो मानव से भी तेज और होशियार है। इसका बुद्धि, काम करने की क्षमता, अनुमान लगाना आदि सब जो एक इंसान करता है। वह मशीन इंसान से भी कई हजारो गुना तेज करे तथा इसके कार्य करने के दौरान गलती होने का सम्भावना न के बराबर हो। ये होता है artificial intelligence means in hindi
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नलॉजी को बिकसित करने के लिए एडवांटेज प्रोग्रमिंग के साथ उच्च क्वालिटी के हार्डवेयर की जरुरत पड़ता है। तभी इंटेलिजेंस फीचर्स intelligence features वाला कोई मशीन बन पायेगा। यह वह टेक्निकल मशीन है जो अनुभव के साथ सीखने और मानव के जैसे कार्यों को करने में बेहद सक्षम होते हैं।
जैसे से हमारे टेक्निकल क्षेत्र का विकास होते जा रहा है वैसे-वैसे बहुत से टेक्नॉलजी में विकास होते जा रहा है। विश्व भर में तेजी से काम करने के लिए टेक्निकल मशीनों का आविष्कार हो रहा है। विभिन्न प्रकार के संसाधनों पर शोध करने का तरीका बदल रहा है। कंप्यूटर और मशीनों का लगातार प्रभाव बढ़ते जा रहा है, तथा इन सभी क्षेत्रों में निरंतर बहुत तेजी से बदलाव होते जा रहा है। प्र्तेयेका आदमी यही सोचता है की बिना मेहनत का पूरा काम काम समय और काम पैसा में हो जाये। बढ़ती हुई जनसख्या को देखते हुए डिमांड को पूरा करने के लिए मशन का सहारा लेना पड़ेगा।
आज के समय में कंप्यूटर के बिना किसी कार्य को करना संभव ही नहीं है। कंप्यूटर और अन्य मशीनों का विकास अप्रत्याशित रूप से होने वाला है अभी भी लगातार इसमें बड़ा बदलाव होते जा रहा है। अभी आप बहुत सारे ऐसे रोबोट देखते होंगे जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर बेस है। और वह विभिन्न प्रकार के कार्यों को खुद-ब-खुद मानव से भी बेहतर करता है। था उनके कार्यो में कोई गलती करने का कोई सम्भावना भी नहीं रहता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इतिहास में प्रमुख घटित घटनाएं। major events in the history of artificial intelligence meaning in Hindi
आज से दशकों पहले ही कृत्रिम बुद्धिमता artificial intelligence meaning in hindi पर चर्चाएँ का जन्म कंप्यूटिंग मशीनरी एंड इंटेलिजेंस 1950 में ही चर्चा में आ गया था। इस पत्र में टयूरिंग जिनको कंप्यूटर विज्ञान का पिता कहा जाता है। यह प्रश्न पूछते हैं कि क्या मशीने सोच सकती हैं? यह बात 1950 में ही प्रकाशित हो गई थी।
प्रश्न था कि क्या मशीनें सोच सकती हैं? क्या यह विचार प्राचीन ग्रीस से लिया गया है? कंप्यूटर के आने पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस artificial intelligence in hindi (A I) में क्या बहुत सारी ऐसी घटनाएं हुई? इसी मुद्दे और सवालो पर तथा घटनाओं पर कुछ आर्टिकल नीचे दिया गया है।
- 1950 द्वारा प्रकाशित कंप्यूटर और इंटेलिजेंस
- 1956 जॉन मैं कार्टून कॉलेज में पहली बार एआई सम्मेलन कृत्रिम बुद्धिमता शब्द का प्रयोग किया था
- 1957 फ्रैंक रोसेनबलैट ने मार्क 1 परसेप्ट्रॉन का निर्माण किया था जो न्यूरल नेटवर्क पर आधारित यह पहला कंप्यूटर था।
- 1997 आईबीएम के डीप ब्लू शतरंज मैच में विश्व शतरंज चैंपियन गैरी कासपांरोव को हराया था।
- 2016 डीपमाइंड अल्फागो प्रोग्राम के तहत विश्व चैंपियन गो खिलाड़ी ली ली सोडोल को पांच मैच में हराया।
definition of artificial intelligence in Hindi आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की परिभाषा
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर या कंप्यूटर नियंत्रण रोबोट में वह क्षमता होता है जो आमतौर पर बुद्धिमान प्राणियों में कार्य करने की क्षमता होता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वह सारी कार्य कर सकता है जो एक बुद्धिमान मानव करता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वह सॉफ्टवेयर आधारित टेक्नोलॉजी सिस्टम होता है। जो मानव द्वारा बनाई गई एक तर्कसंगत मानवीय मशीन है। यह जटिल से जटिल कार्यों को कर सकता है।
कैसे काम करता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस । how does artificial intelligence work in Hindi
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वास्तव में कैसे कार्य करता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में ऐसा क्या होता है जिससे वह इतना तेज होता है। इस बात को समझने के लिए आपको विभिन्न क्षेत्रों में जानने की जरूरत पड़ेगा। जहां पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग किया जाता है। निचे दिए गए आर्टिकल में बिभिन्न क्षेत्रो में होने वाले artificial intelligence meaning in hindi के प्रयोग को बताया गया है।
मशीन लर्निंग machine learning in Hindi
मशीन लर्निंग कंप्यूटर या किसी भी रोबोट के पिछले अनुभवों के आधार पर निर्णय लेना और अनुमान लगाना सिखाती है। मशीन लर्निंग द्वारा इंसानी अनुभव को शामिल किए बिना ही पैटर्न को पहचान करना और संभावित निष्कर्ष तक पहुंचने के साथ विश्लेषण भी करती है। डाटा को विश्लेषण करना, मूल्यांकन करना, उसके निष्कर्ष तक पहुंचने के लिए ऑटोमेशन का सहारा लेना पड़ता है। यह मानव के कार्यों को जल्दी तो करता ही है। साथ ही समय का बचत भी करता है।
डीप लर्निंग deep learning
डीप लर्निंग एक मशीन लर्निंग का तकनीकी रूप है लर्निंग मशीन को यह सिखाती है कि, किस तरह से कार्य करने के समय इनपुट होना चाहिए, ताकि कार्य करने के दौरान वर्गीकरण हो तथा सबसे अच्छा और बेहतर परिणाम मिले।
न्यूरल नेटवर्क neural networks
जिस तरह से मानव तांत्रिक कोशिका का सिद्धांत होता है कार्य को करना तथा उसके बारे में सोचना, ठीक उसी तरह न्यूरल नेटवर्क भी कार्य करता है।
न्यूरल नेटवर्क तंत्रिका मानव कोशिका की तरह एक श्रृंखला होता है। जो अलग-अलग तरह की जानकारी एवं उनके बीच के संबंधों को समझता हैं। तथा डाटा को इंसानी दिमाग की तरह ही उतर देता है। क्योंकि न्यूरल नेटवर्क्स मानव तंत्रिका कोशिका के तर्ज पर ही विकसित किया गया है।
Types of artificial intelligence in Hindi आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कितने प्रकार के होते हैं?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को उनके उद्देश्य और कार्य करने के क्षमता के तर्ज़ पर बनाए गए हैं। हालांकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को दो भागों में विभाजित किया गया है।
1 कम कार्यक्षमता वाले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस weak artificial intelligence
2 मजबूत कार्य क्षमता वाले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्ट्रांग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
1 कम कार्यक्षमता वाले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस weak artificial intelligenc
कम कार्य क्षमता वाले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (weak artificial intelligence) को नैरो इंटेलिजेंस भी कहा जाता है। इस प्रकार के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तेज गति और बुद्धी का होता है। यह एक कार्यों को विशेष रूप से कर सकता है।
आज के दौर में जितने भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है वह नैरो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की कैटेगरी में आता है। नैरो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की कार्य क्षमता है सीमित है। ये स्ट्रांग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जितना कार्यो को नहीं करता है।
इसका कुछ बेस्ट उदाहरण है.. ई-कॉमर्स, मौसम विभाग, इत्यादि
ई-कॉमर्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (E commerce artificial intelligence in Hindi )
यह यूजर के लिए किसी प्रोडक्ट को उनके सामने लिस्टिंग करना, यूजर किस तरह का प्रोडक्ट को पसंद करता है। उनके बारे में विश्लेषण करना तथा उनके द्वारा पसंद किए गए प्रोडक्ट के रिलेटेड दूसरा प्रोडक्ट को दिखाना। तथा लिस्टिंग करना होता है। इस प्रकार के जितने भी आर्टिफिशियल वेबसाइट ( artificial website) होते हैं इसमें सारे गतिविधि ऑटोमेटिक होते रहते हैं।
मौसम विभाग weather intelligence basic computer
मौसम के भविष्यवाणी करना तथा आज का मौसम कैसा रहेगा अगले दिन या 10 दिन के मौसम का मिजाज कैसा रहेगा यह रूपरेखा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम द्वारा तय किया जाता है।
नैरो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा अभी तक बहुत सारे और बहुत ही बेहतरीन एप्लीकेशन बने हैं।जैसे कि IBM, Alexa, Amazon, Apple Siri तथा विभिन्न प्रकार के ऑटोमेटिक चलने वाली वाहन जो बिना ड्राइवर के सड़कों पर चलती है।
नैरो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (narrow artificial intelligence) में खास बात यह होता है की यह मानव के दिमाग को पढ़ने, सोचने, कार्य करने की रूपरेखा को पहले ही पहचान लेता है। तथा उनके द्वारा किए गए घटनाओं के तहत, एक सटीक और निर्णायक जवाब देता है।
Strong artificial intelligence (SAI)
स्ट्रांग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कार्यो के आधार पर दो कैटेगरी में डिवाइड किया गया है।
1 artificial General INTELLIGENCE (AGI) आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस
2 artificial super INTELLIGENCE ( ASI) आर्टिफिशियल सुपर इंटेलिजेंस
1 artificial General INTELLIGENCE (AGI) आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस
आर्टिफिशियल जनरल एक ऐसा मशीन होता है जहां पर एक मशीन का बुद्धि लगभग एक मानव के बुद्धि के बराबर होता है। इस मशीन में खुद सोचने की बुद्धि होती है जो किसी भी निर्णायक समस्या हो या कितना भी कठोर समस्या हो उस समस्या को हल करना होता है। तथा आगे के भविष्य में किसी प्रकार की योजना को बनाने की क्षमता इनके पास में होता है। हालांकि इस प्रकार की मशीन अभी बनी नहीं है इस पर लगातार काम चल रहे हैं।
2 artificial super INTELLIGENCE ( ASI) आर्टिफिशियल सुपर इंटेलिजेंस
आर्टिफिशियल सुपर इंटेलिजेंस जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सबसे उत्तम और सर्वश्रेष्ठ प्रकार होता है। इस प्रकार के मशीन को वैज्ञानिक या लोग यह मानते हैं कि इनकी बुद्धि और कार्य क्षमता इतना ज्यादा होगा कि मानव के बुद्धि को भी कर जाएगा। इस इंटेलिजेंस के पास मानव की बुद्धि बिल्कुल ना के बराबर हो जाएगी।
हालांकि इस प्रकार के सुपर इंटेलिजेंस अभी सैद्धांतिक है। आज की तारीख में इसका कोई व्यवहारिक उपयोग और उदाहरण नहीं है। इसका प्रयोग होता है या नहीं इसके बारे में जानकारी देना मुस्किल है। हालांकि इंटेलिजेंस शोधकर्ताओं का इस पर खोज और रिसर्च जारी हैं।
Application of artificial intelligence in Hindi
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को कहां-कहां इस्तेमाल किया जाता है।
अब हम जान चुके हैं कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के पास में डाटा प्रोसेसिंग की क्षमता एडवांस होता है। क्योंकि इनके कार्य एडवांस होने का मतलब है यह कि सब कुछ डाटा पर ही निर्भर होता है। इसलिए इसका इस्तेमाल हर जगह होने की संभावना बनी रहती है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में उद्योगों टेक्निकल क्षेत्रों और विभिन्न प्रकार के वेबसाइट की कार्यशैली बदलने की क्षमता होते हैं।
जैसे-
1 e-commerce ई कॉमर्स
2 Human Resource मानव संसाधन
3 health care. स्वास्थ्य सेवा
4 Citizen protection. नागरिक सुरक्षा
5 transportation. परिवहन
6. intelligent Robot बुद्धिमान रोबोट
7. Vision System दृस्टि प्रणाली
8. Computer Gaming कंप्यूटर गेमिंग
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आधारित वर्तमान में बहुत सारे टेक्नोलॉजी इस्तेमाल हो रही है। कुछ प्रमुख एप्लीकेशन के नाम इस प्रकार से हैं।
1. bio matrix
2. Google AI
3.virtual agents
4. AI Optimisation hardware
5. content creator
6. cyber defence
7. text base natural translation processing
इसके अलावा कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग किया जाता है। जैसे हवाई यात्रा साइंस एंड रॉकेट स्पेस, रिसर्च सेंटर। आज के समय में जितने भी कंप्यूटर मोबाइल, फोन, लैपटॉप या अन्य सॉफ्टवेयर अधहारित स्मार्ट गैजेट आ रहे है व आर्टिफीसियल इंटेलीजेन्स बेस पर आ रहे है। आप सब देखते ही होंगे की इन सभी में कार्य करने की क्षमता कितना जयदा होता है।
learn with google AI
आज के तकनिकी दौर में पुरे दुनिया में आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग चर्चे में बने हुये है इसी मुद्दे पर दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी गूगल यह प्रयास कर रह है की आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग की जानकारी लोगो के पास अधिकतम हो तथा उनको इस क्षेत्र में ज्याद से जयदा नॉलेज हो। गूगल ने इसके लिए एक learn with google AI नमक एक वेबसाइट शुरू की है। गूगल यह चाहत है की लोगो को मसझ में आ जाये की आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस तकनीक कैसे काम करती है। गूगल ने इसके लिए अपने एक्सपर्ट बिशेषज्ञो द्वारा तैयार किया गया मशीन लर्निंग क्रैश कोर्स शुरू किया है।
आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस यह कोर्स मानव के बिभिन्न प्रकार के जरूरतों विविधता को दर्शाता है। हलाकि गूगल ने learn with google AI वेबसाइट पर सभी को जानकारी फ्री में दे रहा है। यह कोर्स ऑनलाइन भी उपलब्ध है, इसमें आपको को गूगल के मशीन लर्निंग के साथ वीडियो और फोटो भी देखने को मिलता है जिससे मशीन लर्निंग को सिखने में आसान हो जाता है। इस क्रैश कोर्स को करने की अवधि 15 घंटे का है। इसमें गूगल के रिसर्चर लेक्चर देंगे।
निष्कर्ष
आज हम सब सीखा की artificial intelligence meaning in hindi क्या होता है तथा यह कैसे काम करता है? दोस्तों हमें आशा और पूर्ण विश्वाश है की इस आर्टिकल से आप सभी को artificial intelligence means in hindi के मतलब समझ में आ गया होगा। आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस संकल्पना कएर्ण नै बात नहीं है। ग्रीक के समय से ही इस पर कहानी और इसका चिंत्रण बनाया गया तथा। लेकिन आज के दौर में हम सब के सामने काम करने लगा। गूगल पूर्ण रूप से artificial intelligence (A I) का उदाहरण है।