भारत में निम्न जिवन स्तर के कारण कौन कौन से है? What are the causes of low standard of living इन India?
भारत में जिवन स्तर के संबंध में यह समान्य धारणा है कि यहां का जिवन स्तर निचा हैं। यह सही बात है कि अमेरीका, कनाडा, इंग्लैंड, डेनमार्क जैसे अनेकों देशों की तुलना में भारतीयों का जिवन स्तर नीचा हैं।
स्वतन्त्रता प्राप्ति के तुरंत बाद पंचवर्षीय योजनाओं मे देश के विकास के साथ देशवासियों का जिवन स्तर ऊंचा उठाने का प्रयास किया जा रहे हैं। लकिन अभी तक लोग जो चाहते है उस तरह का जिवन स्तर को प्राप्त नहीं किया जा सका है।
‘भारत में जिवन स्तर के कारण’ को समझने के लिए कुछ निम्नलिखित विषयों के संबंध में हमे अध्ययन करना होगा इनमे से कुछ कारक इस प्रकार से है।
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1 आर्थिक कारण, 2 समाजिक कारण 3 राजनीति कारण
1 आर्थिक कारण Economic Causes. ✔️व्यापक निर्धनता Mass poverty – भारत में व्यापक निर्धनता पायी जाती है यहां लगभग 35% लोग आज भी गरीबों रेखा के नीचे जिवन व्यतित करते हैं। भारत में प्रति व्यक्ति आय अमेरीका, इंग्लैंड, कनाडा जैसे देशों की तुलना में काफी कम है। प्रति व्यक्ति आय कम होने कारण उपभोग स्तर कम हो जाता है, अतः कम उपभोग होने के कारण जिवन स्तर नीचा रहता है। राष्ट्रीय आय कम होने के कारण वास्तुओ की उपलब्धता में कमी रहती है।
✔️ परिवहन एवं संचार सुविधाओं की कमी Lack of transportation and communication facilities. भारत में परिवहन एवं संचार सुविधा अभी उतनी विकसित नहीं हुआ है. इस कारण आवागमन तथा सूचनाओं का आदान-प्रदान कठिन हो जाता है, और उपभोग स्तर नीचा बना हुआ है।
✔️ खास सुविधाओं की कमी Lack of credit facilities. खास सुविधाओं की यदि बात जी जाय तो, भारत में बैकिंग क्षेत्र का विकास पर्याप्त नहीं हुआ है। इस लिए यहा खास सुविधाएं Credit facilities कम है। बैंकों द्वारा उपभोग ऋण का प्रचलन नहीं है। लोगों की नगद आय कम होने के कारण उपभोग स्तर ऊंचा नहीं हो पाता है।
✔️ प्राकृतिक साधनो का समुचित ढंग से उपयोग न होना Under utilisation of netural resources. प्राकृतिक साधनो की समुचित ढंग से उपयोग न होने ही देश की समृद्धि निर्भर करती है। भारत मे प्रचुर प्राकृतिक संपदा होने पर भी उसका समुच्चय उपयोग नहीं हो पाता है, इसलिय कहा जाता है कि भारत एक धनी देश है जहां निर्धन निवास करते हैं। भारत की प्राकृतिक सम्पदा का समुचित विदोहन न होने के कारण यहां जिवन स्तर नीचा बना हुआ है।
2 समाजिक कारण
✔️ धन का गैरबराबर वितरण unequal distribution of wealth. भारत में एक ओर जहां राष्ट्रीय आय कम है वही दूसरी ओर उसका वितरण काफी विषम है। भारतीय समाज में 10% लोग ऐसे है जो कुल आय का एक बड़ा भाग हड़प लेते है। यहां पर 40% लोग गरीबी हालत मे जिवन व्यतित करते है।
यहां एक बड़ा मध्यमवर्ग है जिसकी अंदर की संरचना में कई वर्ग आते हैं। जिसमें निम्न मध्य वर्ग, उच्च मध्य वर्ग। इस प्रकार धन के गैरबराबर वितरण होने के कारण समाज के एक बड़े निर्धन वर्ग को उपभोग से वंचित रहना पड़ता है। जिसका जिवन स्तर आज भी नीचा बना हुआ है।
✔️ अशिक्षा lack of education. भारत में 1991 की जनगणना के अनुसार 48% ज़नसंख्या निरक्षर है, जिसमें महिलाओं की प्रतिशत कहीं अधिक है। इतनी निरक्षरता एवं अशिक्षा के कारण यहां के निवासी जिवन स्तर को निम्न तरीके से जीने के लिए विवश है।
समाज में अशिक्षा होने के कारण अन्धविश्वास, धन का दुरूपयोग, मादक पदार्थों का सेवन, परम्पराओं रीति रिवाजों पर धन अधिक खर्च होता है। इस लिए भारतीय समाज में जिवन स्तर नीचा बना हुआ है।
✔️ जनाधिक्य over population. भारत की जनसंख्या 11 मई 2002 को एक सौ करोड़ पर कर गयी। यदि आज की बात की जाए तो लगभग 130 करोड़ जनसंख्या हो गया है। क्षेत्रफल की तुलना में इतनी विशाल जनसंख्या की पालन पोषण करना कठिन है। इतनी विशाल जनसंख्या के लिय खाद्यान्न एवं अन्य सुविधाएँ हर जगह पर समुचित ढंग से नहीं पहुँच पाता है।
ज्यादा जनसंख्या होने के कारण बेरोजगारी और अशिक्षा जैसी समस्या भी बहुत ज्यादा होता है। इस प्रकार ज्यादा जनसंख्या होने से निम्न स्तर के एक प्रमुख उत्तरदायी कारक है।
✔️ सामाजिक सुरक्षा एवं समाज कल्याण की अपर्याप्त व्यवस्था Inadequate provision for social security and social welfare. समाजिक सुरक्षा का अभिप्राय व्यक्ती को उन स्थितियों से है जब ओ कार्य करने में असमर्थ हो जाते हैं। एक न्यूनतम जिवन स्तर व्यतित करने का आश्वासन देना है। इसके अंतर्गत विकलांग एवं असहाय लोगों की सहायता, विधवा, वृद्ध आदि के लिए सहायता कार्यक्रम आते हैं, भारत मे ईन सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण ये समस्या उत्पन होते हैं।
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3 राजनीति कारण political reasons. भारत एक प्रजा तंत्र देश है, यहा पर अभी तक कोई ऐसी सरकार नहीं बनी है जिनसे की निर्धन लोगों की कुछ अच्छी तरह से सहायता मिल सके। सरकारी कर्मचारी का घोटाला करने जैसी तमाम ओ बाते है जिनसे जिनसे जिवन स्तर ऊँचा नहीं उठ रहा है।
व्यापक बेरोजगारी, श्रम उत्पादक का कम होना, निराशावाद प्रशासन एवं शासन में भ्रष्टाचार, वैज्ञानिक एवं तकनीकी प्रगति का बढावा न होना जैसे अन्य कारण भी भारत मे निम्न जिवन स्तर के लिय उत्तरदायी है।
जिवन स्तर को प्रभावित करने वाले कारक कौन कौन से है?
जिवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए सुझाव Suggestions for raising the standard of living
भारत मे जिवन स्तर को उच्च उठाने के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए जा सकते हैं।
1 आर्थिक विकास की गति को तीव्र करना चाहिए।
2 प्राकृतिक साधनो के समुच्चय विदोहन कराना चाहिए।
3 शिक्षा एवं साक्षरता मे वृद्धि के लिए प्रयास तीव्र करना चाहिए।
4 सामाजिक कुरीतियों एवं अंध विश्वास को दूर किया जाना चाहिए।
5 बैकिंग एवं खास सुविधाओं का विस्तार किया जाना चाहिए।
6 जनसंख्या नियंत्रण हेतू प्रयास किया जाना चाहिए।
7 ज़न सुविधाओं स्वास्थ्य, पीने का पानी आदि का विस्तार किया जाना चाहिए।
8 औद्योगिक प्रगति हेतू प्रयास तीव्र कराना चाहिए।
9 वैज्ञानिक एवं तकनीकी प्रगति हेतु प्रयास किए जाना चाहिए।
10 रोजगार अवसरों में वृद्धि हेतु ठोस उपाय करने चाहिए।
11 प्रशासनिक सुधार किए जाने चाहिए।
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