🌙 चंद्र ग्रहण क्या है? सरल भाषा में समझें
चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है। इस दौरान चाँद पर पृथ्वी की छाया पड़ती है, जिससे वह धीरे-धीरे लाल या काला दिखने लगता है। इसे “ब्लड मून” भी कहा जाता है। यह एक प्राकृतिक घटना है, जिसे विज्ञान और ज्योतिष दोनों अलग-अलग तरीके से समझाते हैं।
📅 चंद्र ग्रहण 2025: महत्वपूर्ण तारीख और समय
7 सितंबर 2025 को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई दे रहा है।
- शुरू होने का समय: रात 9:58 बजे
- खत्म होने का समय: रात 1:26 बजे (अगले दिन, 8 सितंबर)
- कुल अवधि: 3 घंटे 28 मिनट
यह ग्रहण पूरी तरह से भारत में दिखेगा। इसलिए, इसके धार्मिक और सामाजिक नियमों का पालन करना जरूरी माना जा रहा है।
🌌 ज्योतिष के अनुसार: किस राशि पर होगा असर?
ज्योतिष विशेषज्ञों के मुताबिक, यह ग्रहण कुंभ राशि और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में लग रहा है।
- कुंभ राशि वालों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।
- पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में जन्मे लोगों के लिए भी यह समय संवेदनशील माना जा रहा है।
- इस दौरान नए काम शुरू करने से बचें, क्योंकि ज्योतिष के अनुसार यह समय “अशुभ” माना जाता है।
📌 वैज्ञानिक दृष्टिकोण: वैज्ञानिकों का कहना है कि ग्रहण का मनुष्यों के जीवन पर कोई प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं होता। लेकिन भारतीय संस्कृति में इसे धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व दिया जाता है।
🚫 ग्रहण के दौरान क्या नहीं करना चाहिए? (पूरी सूची)
ग्रहण काल में कुछ ऐसे काम हैं जिन्हें पारंपरिक रूप से वर्जित माना जाता है। ये नियम आज भी लाखों घरों में माने जाते हैं:
- खाना न बनाएं और न ही खाएं – ग्रहण के दौरान खाना बनाना या खाना अशुभ माना जाता है।
- सोएं नहीं – ग्रहण के समय सोना नकारात्मक ऊर्जा लाने वाला माना जाता है।
- बाल न काटें – कटिंग या ट्रिमिंग भी इस समय वर्जित है।
- धार्मिक कार्य न करें – पूजा, हवन या मूर्ति स्पर्श न करें।
- खरीदारी न करें – नया सामान खरीदना इस समय अशुभ माना जाता है।
- तेल न लगाएं – शरीर पर तेल लगाना या मालिश करना नहीं चाहिए।
- सुई-धागा न चलाएं – सिलाई-कढ़ाई या कोई भी काम जिसमें सुई का इस्तेमाल हो, न करें।
- यात्रा न करें – अगर जरूरी न हो, तो घर से बाहर न निकलें।
- गर्भवती महिलाएं सावधान!
- ग्रहण न देखें
- घर से बाहर न जाएं
- तेज आवाज़ या झटके से बचें
✅ ग्रहण के दौरान क्या करें?
अगर आप धार्मिक मान्यताओं को मानते हैं, तो इस समय ये काम करना शुभ माना जाता है:
- भगवान का नाम लें – जप, कीर्तन या मंत्रोच्चार करें।
- ध्यान लगाएं – मन को शांत रखने के लिए ध्यान करें।
- पानी में तुलसी के पत्ते डालकर रखें – यह पानी ग्रहण के बाद घर की सफाई में इस्तेमाल किया जा सकता है।
- शांत रहें – तनाव या झगड़े से दूर रहें।
🧼 ग्रहण के बाद क्या करें?
ग्रहण खत्म होने के बाद घर में कुछ शुभ कार्य किए जाते हैं:
- घर की सफाई करें – झाड़ू लगाकर घर साफ करें।
- नहाएं और कपड़े बदलें – शरीर को शुद्ध करने के लिए स्नान करें।
- भोजन बनाएं – ताजा खाना बनाकर परिवार के साथ खाएं।
- दान करें – अगर संभव हो, तो किसी जरूरतमंद को भोजन या वस्त्र दान करें।
- पूजा करें – ग्रहण के बाद देवी-देवताओं की पूजा करना शुभ माना जाता है।
🌍 वैज्ञानिक दृष्टिकोण: क्या ग्रहण खतरनाक है?
वैज्ञानिकों के अनुसार:
- चंद्र ग्रहण के दौरान कोई हानिकारक किरणें नहीं निकलतीं, इसलिए इसे नंगी आंखों से देखा जा सकता है।
- गर्भवती महिलाओं को ग्रहण देखने से रोकना विज्ञान सम्मत नहीं है, लेकिन अगर उन्हें मानसिक तनाव हो, तो बचना बेहतर है।
- खाना बनाने या खाने पर कोई वैज्ञानिक प्रतिबंध नहीं है।
📢 नोट: अगर आप विज्ञान में विश्वास करते हैं, तो ग्रहण को एक सुंदर प्राकृतिक घटना के रूप में देखें और आनंद लें। अगर आप धर्म के नियम मानते हैं, तो उनका पालन करें — दोनों ठीक हैं।
📸 फोटोग्राफर्स और खगोल प्रेमियों के लिए टिप्स
- इस ग्रहण को कैमरा या टेलीस्कोप से कैप्चर करने का बेहतरीन मौका है।
- ग्रहण के दौरान चाँद का रंग लाल-काला दिखेगा — इसे “ब्लड मून” कहते हैं।
- खुले आसमान वाली जगह पर जाकर देखें — बिल्डिंग या पेड़ों से दृश्य अवरुद्ध न हो।
🧭 निष्कर्ष: ग्रहण — डरने की नहीं, समझने की चीज़ है
चंद्र ग्रहण कोई भयानक घटना नहीं है। यह तो प्रकृति का एक अद्भुत नृत्य है, जिसे हम देख सकते हैं, समझ सकते हैं और आनंद ले सकते हैं। चाहे आप विज्ञान को मानें या धर्म को — दोनों का सम्मान करना जरूरी है।
इस ग्रहण का आनंद लें, सावधानियां बरतें, और अपने परिवार के साथ एक शांत, सुरक्षित रात बिताएं।
📅 अगला चंद्र ग्रहण कब होगा?
अगला चंद्र ग्रहण 14 मार्च 2026 को होगा, लेकिन वह भारत में पूरी तरह से दिखाई नहीं देगा।
✅ तैयार रहें, सूचित रहें, और शांति से ग्रहण का अनुभव लें!
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